- उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 38 लोगों की जान जा चुकी है
- हेड कांस्टेबल पर पिस्टल तानने वाला शाहरूख अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है
- बीते दो दिनों में हिंसा ग्रस्त इलाकों में स्थितियां हुईं हैं तेजी से सामान्य
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में हिंसा के दौरान हेड कांस्टेबल पर पिस्तौल तानने वाला उपद्रवी शाहरूख अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि शाहरूख अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है लेकिन उसकी तलाश तेज कर दी गई है। बता दें कि पहले मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि पुलिसकर्मी पर पिस्तल तानने वाले व्यक्ति की पहचान शाहरूख के रूप में हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिसकर्मी पर पिस्तल तानने वाली शाहरूख की तस्वीर एवं वीडियो सामने आने के बाद लोगों ने तत्काल उसे गिरफ्तार करने की मांग की। सोशल मीडिया पर भी शाहरूख पर कार्रवाई करने की मांग तेज हुई।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि शाहरुख ने सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल से नौ राउंड की फायरिंग की। इस घटना के बाद भीड़ का फायदा उठाते हुए वह फरार हो गया। इसके बाद जाफराबाद के इलाकों में तनावपूर्ण स्थिति एवं भारी उत्पात को देखते हुए पुलिस उसकी धरपकड़ नहीं कर सकी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सामने आई तस्वीरों के आधार पर हिंसा करने वाले उपद्रवियों की पहचान कर रही है। पुलिस का मानना है कि शाहरूख प्रमुख उपद्रवियों में से एक है। इस घटना के चार दिन बीत गए हैं लेकिन दिल्ली पुलिस के हाथ अभी उस तक नहीं पहुंच सके हैं।
बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए-समर्थकों एवं विरोधियों के बीच हुई हिंसा में अब तक 38 लोगों की जान जा चुकी है। इन इलाकों में बीते दो दिनों में स्थितियां समाप्त हुई हैं। गुरुवार को कहीं भी हिंसा की कोई वारदात सामने नहीं आई। हिंसा के डर से अपने घरों को छोड़ने वाले लोग वापस लौटने लगे हैं। सामान्य होती स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को इन इलाकों में 10 घंटे की ढील देने की घोषणा की है। हिंसा ग्रस्त इलाकों में लोगों की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के 7000 जवानों की तैनाती की गई है।
दिल्ली पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। हिंसा प्रभावित इलाकों में दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी लगातार दौरा कर लोगों को उनकी सुरक्षा का भरोसा दे रहे हैं। दिल्ली में शांति व्यवस्था जल्द से जल्द कायम करने के लिए अमन कमेटियां बनाई गई हैं जो दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत कर रही हैं। बीते दो दिनों में अलग-अलग इलाकों में अमन कमेटियों की करीब 330 बैठकें हुई हैं।