- सऊदी अरब सरकार ने विदेशियों की हज यात्रा को रद्द किए जाने का फैसला लिया
- भारतीय हज समिति ने भी हज 2021 के लिए किए गए कुल 58 हजार आवेदनों को रद्द किया
- मक्का में हज के लिए हर साल 20 लाख से अधिक लोग जाया करते थे
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के डर के कारण लगातार दूसरे साल भी देश के नागरिक हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। हज यात्रा 2021 के लिए किए गए सभी आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। यात्रा को रद्द किए जाने को लेकर भारत की हज कमेटी के सीईओ डॉ. मकसूद अहमद खान द्वारा इस आशय का एक परिपत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया कि, भारतीय हज कमेटी ने फैसला किया है कि हज-2021 के लिए सभी आवेदन रद्द कर दिए गए हैं।
वहीं कोरोना महामारी के कारण सऊदी अरब सरकार ने विदेशियों की हज यात्रा को रद्द किए जाने का फैसला लिया है। इसके बाद भारतीय हज समिति ने भी हज 2021 के लिए किए गए कुल 58 हजार आवेदनों को रद्द कर दिया है।
हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ मकसूद अहमद खान ने बताया कि, "देशभर के कुल 58 हजार लोगों ने हज के लिए आवदेन किया था, इनमें से किसी का सलेक्शन नहीं हुआ था। वहीं किसी ने किसी तरह का कोई पैसा भी नहीं भरा था।"
इस साल भी बाहरी लोगों के लिए हज रद्द
दरअसल सऊदी हुकूमत ने कोरोना वायरस के मद्देनजर इस साल भी बाहरी लोगों के लिए हज को रद्द कर दिया है। सऊदी अरब ने शनिवार को ही ऐलान किया था कि इस साल हज में सिर्फ मुल्क के ही लोगों को आने का मौका मिलेगा। वह भी उन 60 हजार लोगों को हज में जाने की इजाजत होगी जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है।
हालांकि मक्का में हज के लिए हर साल 20 लाख से अधिक लोग जाया करते थे, इनमें विदेशों से भी शामिल थे। कोरोना वायरस के फैलने से पहले साल 2019 में लगभग 2 लाख भारतीय मुसलमानों ने हज किया था।