- मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की नवनीत राणा ने दी थी चुनौती
- नवनीत राणा के घर के बाहर कड़ी सुरक्षा
- शिवसैनिकों ने भी डाला घेरा
मातोश्री के बाहर अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने हनुमान चालीसा पढ़ने की चुनौती दी थी। लेकिन वो अपने घर से बाहर नहीं निकल पायी हैं। शिवसैनिकों का जमावड़ा ना सिर्फ मातोश्री के बाहर है बल्कि नवनीत राणा के घर को भी घेर रखा है। इन सबके बीच नवनीत राणा 3 बजे प्रेस कांफ्रेंस करने वाली थीं। उससे पहले आरोप प्रत्यारोप का दौर चला शिवसेना ने कहा कि यह सबकुछ किसके इशारे पर हो रहा है पता है।
नवनीत राणा ने दी थी चुनौती
नवनीत राणा के पति रवि राणा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मांग की थी कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हनुमान जयंती पर ‘‘महाराष्ट्र को संकट से मुक्त करने और राज्य की शांति के लिए’’ हनुमान चालीसा का पाठ करें, लेकिन शिवसेना प्रमुख ने इससे ‘‘इनकार कर दिया था।’’उन्होंने कहा, ‘‘हम कल वहां (मातोश्री) हनुमान चालीसा का पाठ करने जाएंगे। हम पुलिस का सहयोग करेंगे। मैंने अपने कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मुंबई में कानून-व्यवस्था भंग न हो। पुलिस और लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।’’
राणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोरोना वायरस महामारी के दौरान दो साल तक राज्य सरकार के प्रशासनिक मुख्यालय ‘मंत्रालय’ नहीं गए और राज्य के सांसदों व विधायकों से मुलाकात नहीं की।सांसद नवनीत राणा ने कहा कि अगर कोई आम व्यक्ति दो साल तक कार्यालय नहीं जाए तो उसे वेतन नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री को बिना काम किए वेतन मिल रहा है।’’राणा ने शिवसेना सांसद संजय राउत के इस बयान को भी खारिज कर दिया कि भाजपा के इशारे पर पति-पत्नी दोनों इस राजनीतिक ‘‘स्टंट’’ में शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह हर दिन एक तोते की तरह बोलते हैं।’’
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संजय राउत भड़के
‘मातोश्री’ के बाहर मौजूद शिवसेना सांसद विनायक राउत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को परेशान करने और राणा दंपति तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ और रामनवमी उत्सव आस्था का विषय है, ‘स्टंट’ का नहीं। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राणा जैसे लोग भाजपा की नौटंकी और स्टंट के पात्र हैं। लोग इस स्टंट को गंभीरता से नहीं लेते।’’
संजय राउत ने राणा दंपति को बंटी और बबली कह पुकारा
उन्होंने अभिषेक बच्चन और रानी मुखर्जी अभिनीत एक हिंदी फिल्म के संदर्भ में राणा दंपति को ‘बंटी और बबली’ के रूप में वर्णित किया। राउत ने कहा, ‘‘वह नहीं जानते कि मुंबई के शिवसैनिक किस चीज से बने हैं।’’शिवसेना सांसद अनिल देसाई ने राणा पर नाटक करने का आरोप लगाया, क्योंकि उनके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि दंपति ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की राज्य इकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने दावा किया कि राणा भाजपा की विचारधारा से प्रेरित हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य में एमवीए सरकार को अस्थिर नहीं किया जा सकता है।उन्होंने पूछा, ‘‘राणा दंपति 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना बना रहे हैं। क्या यह एक जनप्रतिनिधि का काम है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)