- हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को हुए उपचुनाव
- यहां से बीजेपी ने एक बार फिर योगेश्वर दत्त को बनाया था उम्मीदवार
- कांग्रेस के उम्मीदवार इंदु राज नरवाल ने योगेश्वर दत्त को हराया
नई दिल्ली: हरियाणा के सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट पर हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के योगेश्वर दत्त उपचुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल ने हराया है। इंदुराज नरवाल ने करीब 12,300 मतों के अंतर से योगेश्वर को पराजित किया है। 20वें और अंतिम राउंड की गिनती के बाद कांग्रेस उम्मीदवार को लगभग 60,162 वोट मिले हैं। कांग्रेस उम्मीदवार शुरुआत से ही बढ़त बनाए रहे। हार के बाद योगेश्वर ने कहा, 'मेरे में कुछ कमी होगी जिसकी वजह से मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका। मैं कारण नहीं कह सकता, यह लोगों का जनादेश है। मैंने कड़ी मेहनत की थी, मैं कड़ी मेहनत करूंगा। मैंने विजयी उम्मीदवार को बधाई दी है।'
इस सीट पर तीन नवंबर को 68.57 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस सीट से 14 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे। अप्रैल में कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन की वजह से ये सीट खाली हुई थी। वह इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में तीन बार चुनाव जीते थे।
यह उपचुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई थी, क्योंकि जाट बहुल यह सीट, रोहतक जिले की गढ़ी सांपला किलोई सीट के पड़ोस में है जहां से वह स्वयं विधायक हैं। बहरहाल, भाजपा ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में विधानसभा की 90 सीटों में से 40 पर जीत दर्ज की थी और बाद में दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। जजपा ने 10 सीटे जीतें थीं।
पिछले साल तीसरे नंबर पर रहे
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त पिछले साल सितंबर में पार्टी में शामिल हुए थे। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भी दत्त को इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में योगेश्वर को 16729 वोट मिले थे और वो तीसरे पायदान पर रहे थे। कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा को 50,530 वोट मिले थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी इनेलो के उम्मीदवार कपूर सिंह नरवाल को 45,347 वोट हासिल हुए थे।
पद्मश्री से सम्मानित हैं योगेश्वर दत्त
बीजेपी में शामिल होने पर योगेश्वर ने कहा था, 'मैं लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में आना चाहता था। लोगों ने हमेशा मुझे प्यार और आशीर्वाद दिया है, इसलिए बदले में उन्हें कुछ देना मेरा कर्तव्य है। मेरी भी पुलिस में नौकरी थी और मैंने वहां भी लोगों की सेवा की। लेकिन राजनीति के साथ मैं उन लोगों के साथ अधिक संपर्क में रह सकता हूं जिनकी जरूरत है।' सोनीपत के रहने वाले योगेश्नर दत्त ने साल 2012 में लंदन ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। योगेश्वर को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने साल 2010 में दिल्ली और 2014 में ग्लास्गो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था। साल 2014 में इंचियोन में आयोजित एशियाई खेलों में भी वो स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।