- किसान संगठनों ने तीन घंटे के लिए चक्का जाम का किया था ऐलान
- लुधियाना में चक्का जाम के दौरान दिखाई दी विवादास्पद तस्वीर
- चक्का जाम से किसान संगठनों ने दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को रखा था दूर
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने दिल्ली एनसीआर, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में चक्का जाम का किया था। इस चक्का जाम का पंजाब और हरियाणा को छोड़कर शेष हिस्सों में असर कम देखा गया। एक तरफ किसान संगठन अपने आंदोलन के बारे में कहते हैं कि वो देशभक्ति से ओतप्रोत है। लेकिन पंजाब से जो तस्वीर सामने आई वो हैरान करने वाली है। किसानों के चक्का जाम में एक ऐसा पोस्टर लहराया गया जिस पर एक झंडा लगा हुआ था उस पर जो तस्वीर लगी हुई थी वो भिंडरावाले की तस्वीर से मिलती जुलती है।
दिल्ली बीजेपी के नेता ने ट्वीट किया है वीडियो
दिल्ली बीजेपी के नेता प्रवीण शंकर कपूर ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें भिंडरावाला के झंडे के साथ एक ट्रैक्टर पर एक झंडा और हस्ताक्षर दिखाया गया है।जब जरनैल सिंह भिंडरवाल का चित्र किसी संस्था के झंडे पर लगा हो तो ... मकसद किसान आंदोलन तो नही हो सकता। क्या किसान आंदोलन से जुड़े लोगो बताएंगे कि उनके आंदोलन में झंडे पर भिंडरवाल का चित्र लगाने का क्या मकसद ???
अमरिंदर सरकार पर बीजेपी ने साधा निशाना
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि लुधियाना में चक्का जाम के विरोध में खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाले का झंडा। क्या कर रहा है अमरिंदर जी पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो गया है। किसान आंदोलन तो एक बहाना है हमारा पवित्र लोकतंत्र इनका निशाना है।
चक्का जाम के चलते दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। ऐहतियात के तौर पर दिल्ली की सीमा वाले इलाकों में इंटरनेट सेना को रात 12 बजे तक बंद किया गया। दिल्ली पुलिस का कहना है उन्हें इस तरह की जानकारी है चक्का जाम के बाद कुछ असामाजिक तत्व उपद्रव कर सकते हैं। इन सबसे पहले दिल्ली पुलिस ने 308 ट्विटर हैंडल के बारे में बताया था कि कैसे आंदोलन में कुछ असामाजिक तत्व घुसकर देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
(Times Now, ट्रैक्टर पर लगे तस्वीर, जगह और समय की पुष्टि नहीं करता है)