- हाथरस गैंगरेप केस ने पकड़ा तूल, परिवार ने पुलिस- प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
- परिवार ने कहा- नहीं करेंगे पीड़िता के अस्थि विसर्जन, नहीं मालूम किसकी हैं अस्थियां
- सीबीआई जांच की मांग नहीं की, हमने की थी न्यायिक जांच की मांग- पीड़ित परिवार
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हाथरस में हुए कथित गैंगरेप की घटना पूरे देश में सुर्खियां बटोर रही है। इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है और विपक्षी दल लगातार यूपी की योगी सरकार पर हमलावर हैं। विपक्ष के हमलों के बीच यूपी सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। इस घटना के बाद से ही पुलिस प्रशासन लगातार सवालों के घेरे में है। परिवार ने तो प्रशासन सहित डीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्हें हटाने की मांग की है।
पीड़िता के परिवार का ऐलान
शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इस बीच पीड़िता के भाई ने डीएम को हटाने की मांग के साथ ही यह ऐलान किया है कि वो अपनी बहन की अस्थियों को विसर्जित नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें नहीं पता कि यह किसकी अस्थियां है। पीड़िता के भाई ने कहा, 'हम अस्थियों को इसलिए वहां से उठा लाए तांकि अगर यह हमारी बहन की हैं तो कोई जानवर इसे खेतों में ना फैला सके। हमें नहीं पता कि यह हमारी बहन की हैं या किसी और की। हम इन्हें तब तक विसर्जित नहीं करेंगे जब तक हमें पता नहीं लग जाता।'
परिवार ने सीबीआई जांच पर सवाल उठाए
यूपी सरकार के सीबीआई जांच के ऐलान पर पीड़ित परिवार ने कहा कि उन्होंने तो कभी सीबीआई जांच की मांग की ही नहीं, बल्कि हम तो सिर्फ न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। पीड़ित परिवार का कहना है कि हम चाह रहे थे कि सुप्रीम कोर्ट के किसी जज की निगरानी में मामले की निष्पक्ष जांच की जाए लेकिन हमारे सवालों के जवाब नहीं मिले। परिवार ने कहा, 'बिना हमारी मर्जी के शव को लाया गया। शव को दिखा तो देते एक बार।शव को पेट्रोल से क्यों जलाया। इतनी बुरी तरह से अंतिम संस्कार किया गया।'
यूपी सरकार ने की सीबीआई जांच की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस मामले में शनिवार को सीबीआई जांच की सिफारिश की। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना और उससे जुड़े सभी बिंदुओं की गहन पड़ताल के उद्देश्य से उप्र सरकार इस प्रकरण की विवेचना केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के माध्यम से कराने की संस्तुति कर रही है।’इससे पहले शनिवार को अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी हितेष चंद्र अवस्थी ने हाथरस में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी।