- देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर आज समीक्षा बैठक करेंगे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
- देश के 400 जिलों में कोविड-19 की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक
- कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, राजस्थान से आ रहे हैं कोविड-19 के सर्वाधिक केस
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक करेंगे। यह समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये शुक्रवार अपराह्न ढाई बजे आयोजित होगी, जिसमें मांडविया आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति तथा वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए तैयारियों का जायजा लेंगे।
इन जिलों में 10 फीसदी से अधिक है संक्रमण दर
इस सप्ताह की शुरुआत में, भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया (आईएनएसएसीओजी) ने कहा था कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप देश में सामुदायिक संक्रमण के स्तर पर है। केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ जगहों पर कोविड संक्रमण के मामले कम होने या उनमें कोई परिवर्तन नहीं होने के संकेत मिले है लेकिन इस प्रवृत्ति पर गौर करने की जरूरत है। सरकार ने कहा कि हालांकि देश के 400 जिलों में कोविड-19 की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा है।
ये भी पढ़ें: देश में ओमिक्रॉन की लहर जल्द होगी खत्म, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की जरूरत : विशेषज्ञ
इन राज्यों से आ रहे हैं सर्वाधिक केस
सरकार ने कहा कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, राजस्थान में कोविड-19 के सर्वाधिक मामले आ रहे हैं। उसने कहा कि संक्रमण में वृद्धि को रोकने के लिए सतर्कता बरतने की जरूरत है। सरकार ने कहा कि साथ ही महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, हरियाणा, पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामलों और संक्रमण दर में गिरावट आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘स्पष्ट रुझान हैं कि कोविड-19 के कुछ मामलों में ही ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों या आईसीयू बिस्तरों की आवश्यकता हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों और मौत के मामले पहले की लहरों की तुलना में वर्तमान लहर के दौरान बहुत कम हैं।’’