नई दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कोविड-19 रोगियों के लिए 500 बिस्तरों वाले अस्पताल के उद्घाटन के लिए हिसार का दौरा किया। इसी दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान जो कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे वो पुलिस कर्मियों से भिड़ गए। इस भिड़ंत में कई घायल हो गए। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे बड़ी संख्या में किसान सुबह से ही कार्यक्रम स्थल के पास जमा होने लगे थे। जैसे ही खट्टर हिसार में उतरे, उत्तेजित किसान, जो सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे और गांवों में कोविड संक्रमण के प्रसार के लिए खट्टर को दोषी ठहरा रहे थे, पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ते हुए और पथराव करते हुए कार्यक्रम स्थल की ओर मार्च करने लगे।
कई पुलिसकर्मी घायल
जब पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ने से रोका, तो झड़प शुरू हो गई। पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। एक डीएसपी समेत कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हो गए। हरियाणा पुलिस ने बताया, 'हिसार के चौधरी देवीलाल संजीवनी अस्पताल के बाहर विरोध के बहाने बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर पथराव कर दिया। इस हमले में घायल हुए 5 महिलाओं सहित 20 पुलिस कर्मियों का सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।'
खट्टर ने की किसानों से अपील
वहीं मुख्यमंत्री ने आंदोलन कर रहे किसानों से इस घातक वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार का सहयोग करने की भी अपील की। खट्टर ने कहा, 'मैं प्रदर्शनकारियों से आग्रह करता हूं कि कोविड 19 के खत्म होने के बाद सरकार के खिलाफ आपकी लड़ाई जारी रह सकती है। लेकिन इसके लिए यह सही समय नहीं है क्योंकि गांवों में कोरोना फैल रहा है। हमें कोविड 19 के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़ा होना है। यह मानवता का सबसे बड़ा संकट है, इसलिए हम सभी को मिलकर लड़ना होगा। यह महामारी किसी व्यक्ति, शहर या वर्ग तक सीमित नहीं है। यह पूरी दुनिया की लड़ाई है।'
किसानों ने तोड़े बैरिकेड
पुलिस ने कहा कि किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इससे पहले, हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मय्यर और सतरोद गांवों के पास ट्रैक्टरों पर सवार बड़ी संख्या में किसानों ने कथित तौर पर पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने के लिए किसानों ने धरना दिया और जिले में कुछ सड़कों को जाम कर दिया।
हरियाणा बीकेयू प्रमुख गुरनाम सिंह ने कहा कि 150 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने उनकी तुरंत रिहाई की मांग की। किसानों पर हुई पुलिस की लाठीचार्ज के बाद अंबाला के पास शंभू टोल प्लाजा पर हरियाणा-पंजाब सीमा पर किसानों ने हाईवे जाम कर दिया। एक किसान ने कहा कि हिसार में अपने भाइयों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए यह प्रतीकात्मक विरोध है।