- रियाज नायकू के मारे जाने के बाद हिजबुल मुजाहिदीन ने गाजी हैदर को कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया
- हिजबुल के सुप्रीमो सैयद सलाहुदीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया गाजी को लेकर फैसला
- आर्मी जनरल केजेएस ढिल्लो बोले- कितने गाजी आए, कितने गाजी चले गए
श्रीनगर: कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए आतंकी कमांडर रियाज नायकू के बाद अब आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने गाजी हैदर को कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। एक बयान जारी करते हुए हिजबुल ने कहा है कि गाजी हैदर कश्मीर में इस संगठन का नया मुखिया होगा। गाजी को कमांडर बनाने के बाद आर्मी की 15वीं कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने इस पर चुटकी ली है।
आतंकियों का कर चुके हैं सफाया
लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने ट्वीट करते हुए कहा - कितने गाजी आए और कितने गाजी गए। वर्तमान में डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी के मुखिया जरनल ढिल्लो ने बकायदा इसे अपना पिन ट्वीट बनाया है। जिस समय भारतीय सेना ने पीओके में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी उस समय जरनल ढिल्लो घाटी डीजीएमओ थे और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने ही इस बात की जानकारी दी थी। उनकी अगुवाई में आर्मी ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ कई अभियान चलाए औऱ आतंकियों को ढेर किया।
हिजबुल ने जारी किया बयान
हिजबुल ने रविवार को बयान द्वारा जारी करते हुए कहा, हिजबुल मुजाहिदीन ने यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (आईएसआई द्वारा प्रायोजित पाकिस्तान स्थित संगठन) की अध्यक्षता में अपनी परिषद की बैठक में नई नियुक्ति की घोषणा की है। हिजबुल के सुप्रीमो सैयद सलाहुद्दीन ने बैठक में नाइकू और उनके सहयोगियों, मोहम्मद बिन कासिम और मोहम्मद आदिल की मौत पर शोक जताया जिन्हें भारतीय सेना ने दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के बेगपोरा में मार गिराया था। इसी बैठक में गाजी हैदर को कश्मीर का कमांडर और जफर-उल-इस्लाम को डिप्टी कमांडर घोषित किया गया।
रियाज नायकू को किया था ढेर
आपको बता दें कि हाल ही आर्मी ने कश्मीर में हुए एक एनकाउंटर के दौरान हिजबुल के कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने पहले हंदवाड़ा के एक घर में नायकू को घेर लिया था जिसके बाद उसने अंदर से फायरिंग करनी शुरू कर दी थी। सुरक्षाबलों ने पूरी सतर्कता बरतते हुए कई घंटों तक चली कार्रवाई के बाद रियाज नायकू को मार गिराया था उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम था।
रियाज़ नायकू नार्को व्यापार में सक्रिय रूप से शामिल था और बाग मालिकों की लूट को भी अंजाम देता था। कश्मीर में अफीम और 'भांग' की अवैध खेती से उसने जबरन नकदी इकट्ठा करने के काम किए थे। इस दौरान एक और भी आतंकी मारा गया था। आर्मी के इस अभियान के दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर पत्थरबाजी भी की थी।