स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और इंटरनेट के दौर में जहां लोगों की जिंदगी तकनीक की वजह सरल हुई है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों ने इन्हीं को अपराध का टूल (औजार) बना लिया। वायरल फोटो और वीडियो के संदर्भ में बात करें तो कुछ लोगों ने इसे ब्लैकमेलिंग का जरिया बना लिया है। वे आपत्तिजनक और अंतरंग अवस्था वाले पीड़ितों के फोटो और वीडियो सार्वजनिक करने के नाम पर लोगों पर दबाव बनाते हैं और उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। आइए जानते हैं कि अगर इस तरह की स्थिति में कोई फंसता है और किसी कारणवश उसका फोटो वीडियो वायरल हो जाता है, तब उस व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
किस स्थिति में कर सकते हैं शिकायत?
- निजी अश्लील वीडियो वायरल होने पर
- विवादित टिप्पणी या कथन के वायरल हो जाने पर
- फर्जी आईडी बनाकर वीडियो वायरल होने पर
- सोशल मीडिया प्लैटफॉ4म पर आपत्तिजनक फोटो-वीडियो वायरल होने पर
- फेसबुक-यूट्यूब पर चलने वाले भद्दे और अश्लील वीडियो पर
शिकायत के ये हैं तरीकेः
- आप सबसे पहले उस वायरल फोटो-वीडियो का क्रमशः स्क्रीनशॉट और लिंक रख लें। सबूत के तौर पर।
- फिर उसका मेन सोर्स पता लगाते रहें कि वह किस जगह से वायरल हुआ। अगर यह न भी पता चल पाए तो कोई दिक्कत नहीं है।
- साइबर सेल को अपने साथ हुआ पूरा मामला बताएं और ये सारी चीजें सबूत के तौर पर दें।
- आप थाने में, ऑनलाइन (फेसबुक या टि्वटर पर) या फिर साइबर क्राइम सेल की साइट पर जाकर शिकायत दे सकते हैं।
क्या वायरल होने के बाद हर जगह से हट जाता है वीडियो?
दरअसल, फोटो और वीडियो एक बार वायरल हो जाने पर उसे हर जगह से हटाना बेहद मुश्किल होता है। आप यूट्यूब, फेसबुक, जीमेल और इंस्टाग्राम आदि से उसे रिपोर्ट कर के हटवा सकते हैं। साथ ही ब्लॉक और डिलीट कराने की भी प्रक्रिया होती है, मगर वॉट्सऐप पर इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। चूंकि, वॉट्सऐप का मदर सर्वर भारत के बाहर है इसलिए इस पर वायरल होने वाली सामग्री हटवाना बेहद कठिन है। साथ ही जिस सर्वर पर वॉट्सऐप पर नेटवर्क काम करता है, उस यह पता लगाना बेहद मुश्किल होता है कि कंटेंट कहां-कहां वायरल हुआ है।
कैसे बच सकते हैं आप?
- सबसे पहले और बुनियादी चीज है कि आप अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट को न एक्सेप्ट करें।
- साथ ही अज्ञात नंबर्स से आने वाले वीडियो न स्वीकार करें।
- कभी भी कैमरे, कॉल या फिर सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर अपने न्यूड (नग्न) तस्वीर-वीडियो न साझा करें।
- अगर आपके साथ इस तरह का क्राइम या घटना होती है, तब पुलिस के साइबर क्राइम सेल को इस बारे में सूचित करें।
- साथ ही सोशल मीडिया पर उस यूजर या वैसे अकाउंट्स को रिपोर्ट करने का ऑप्शन भी मिलता है।