- कोरोना काल में सुरक्षित मतदान के लिए आयोग की तरफ है खास इंतजाम
- मतदान केंद्र में दाखिल होने से पहले हर एक वोटर को डबल थर्मल स्कैनिंग से गुजरना होगा
- मतदान केंद्रों पर सैनिटाइज, साबून, पानी की खास व्यवस्था
नई दिल्ली। कोविड काल में बिहार चुनाव को संपन्न कराने के बाद एक बार फिर देश के पांच राज्यों में कोविड काल में ही मतदान कराया जा रहा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से खास इंतजाम किए गए हैं ताकि बिनी किसी भय के मतदाता ईवीएम पर अपने मत का इस्तेमाल कर सकें और उसके साथ ही कोविड संक्रमण भी ना हो।
चुनाव आयोग से मतदान कर्मियों के साथ साथ आम मतदाओं को मास्क, ग्लव्स और फेस शील्ड की सलाह दी है। इसके साथ ही हर एक शख्स को थर्मल स्कैनिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
इस तरह से कराया जा रहा है सुरक्षित मतदान
- मतदान केंद्र पर सैनिटाइजर, साबून और पानी की पर्याप्त व्यवस्था है।
- लंबी लाइन से बचवे के लिए टोकेन सिस्टम की व्यवस्था ।
- वैकल्पिक पोस्टल बैलट का भी इंतजाम।
- मतदान वाले दिन चुनावी राज्यों में छुट्टी का ऐलान।
- मत देने से पहले वोटर्स इस तरह से voterportal.eci.gov.in, या 1950 पर एसएमएस ECIPS<space> <EPIC No> या वोटर हेल्पलाइन के जरिए जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- यदि किसी मतदाता का तापमान दो रीडिंग के बाद तय सीमा से अधिक है तो उसे मतदान के लिए टोकेन दिया जाएगा और वो मतदान के अंतिम घंटे में अपने मत का इस्तेमाल कर पाएगा।
- सबसे पहले सभी मतदाता सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लाइन में खड़े होंगे। सभी वोटर्स को ग्लव्स उपलब्ध कराया जाएगा। पहला मतदान अधिकारी वोटर्स के नाम, आईडी प्रूफ को चेक करेगा। पहचान के लिए वोटर अपना मास्क थोड़ा नीचे करेगा।
- दूसरा मतदान अधिकारी जिसकी दूरी पहले मतदान अधिकारी से 6 फीट होगा वो मतदाता की उंगली पर अमिट स्याही लगाएगा और एक पर्ची पर हस्ताक्षर कराएगा।
- तीसरा पोलिंग अधिकारी वोटर्स की अमिट स्याही वाली उंगली को देखेगा। उसके बाद वोटर्स ईवीएम मशीन पर अपने मनपसंद उम्मीदवार को मत देगा।
दो गज की दूरी पर खास ध्यान
सामान्य तौर पर दो गज की दूरी, दवाई भी कड़ाई भी स्लोगन के जरिए लोगों को संदेश दिया जा रहा है तो चुनाव आयोग भी मतदाताओं को जागरुक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसे में हर कोई जानना चाहता है कि बिना कोविड के डर से किस तरह से वो सुरक्षित मतदान का हिस्सा बन सकता है।