कर्नाटक के भाजपा विधायक एमपी रेणुकाचार्य ने शनिवार को उस समय विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से राज्य में मदरसों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा। उनका कहना है कि मदरसे 'राष्ट्र-विरोधी पाठ' का प्रचार करते हैं। रेणुकाचार्य ने कहा ने कहा कि मैं सीएम और शिक्षा मंत्री से मदरसों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करता हूं। क्या हमारे पास अन्य स्कूल नहीं हैं जहां हिंदू और ईसाई छात्र पढ़ते हैं? आप यहां राष्ट्र विरोधी पाठ पढ़ाते हैं। उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए या अन्य स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम को यहां पढ़ाया जाना चाहिए।
ये भाजपा विधायक मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के रूप में भी काम करते हैं। उन्होंने हिजाब विवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी पर इस मुद्दे को गढ़ने और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने मदरसों की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया।
विधायक ने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि हिजाब का मुद्दा किसने बनाया, आपने या हमने? क्या वोट बैंक आपके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है? मैं कांग्रेस से पूछता हूं कि हमें मदरसों की जरूरत क्यों है? मदरसे क्या प्रचार करते हैं? वे मासूम बच्चों को भड़काते हैं। कल वे हमारे देश के खिलाफ जाएंगे और कभी 'भारत माता की जय' नहीं कहेंगे।
उन्होंने हिजाब विवाद में कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के विरोध में राज्यव्यापी बंद के आह्वान की भी आलोचना की। रेणुकाचार्य ने कहा कि कुछ राष्ट्रविरोधी संगठनों ने कर्नाटक बंद का आह्वान किया है। क्या सरकार इसे बर्दाश्त कर सकती है? ये पाकिस्तान है, बांग्लादेश है या इस्लामिक देश? इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस नेताओं ने सदन के पटल पर इसका बचाव किया।
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