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- पूर्वी लद्दाख के अपने एक अग्रिम सैन्य ठिकाने पर वायु सेना ने चलाया अपना रात्रिकालीन अभियान
- अभियान में अपाचे, चिनूक हेलिकॉप्टर, मिग-29, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर लड़ाकू विमान शामिल हुए
- लद्दाख सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच तनाव के बीच अहम है यह अभियान
नई दिल्ली : गलवान घाटी से चीनी सैनिकों के दो किलोमीटर तक पीछे हट जाने के बावजूद लद्दाख सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की निगरानी करने वाली वायु सेना की मुस्तैदी में जरा भी कमी नहीं आई। भारतीय वायु सेना (IAF) सोमवार की पूरी रात सीमा पर जागते हुए अपने रात्रिकालीन अभियानों को अंजाम दिया। वायु सेना का यह रात्रिकालीन अभियान काफी बड़ा था। इस अभियान में मिग-29, सुखोई -30 एमकेआई, अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर और भारी वजन उठाने में सक्षम चिनूक हेलिकॉप्टर शरीक हुए।
जोश से भरपूर वायु सेना कर्मी
समाचार एजेंसी एएनआई की एक टीम भारत-चीन सीमा के नजदीक स्थित भारतीय वायु सेना के एक सैन्य ठिकाने पहुंची। इस सैन्य ठिकाने पर वायु सेना ने अपना रात्रिकालीन अभियान को अंजाम दिया। हाड़ कंपाने वाली ठंड और तेज हवाओं के बीच वायु सेना के जांबाज अपने अभियान में पूरे जज्बे के साथ अभियान में जुटे रहे।
भारतीय वायु सेना पूरी तरह तैयार
सैन्य ठिकाने पर तैनात सीनियर फाइटर पायलट ग्रुप कैप्टन एक राठी ने कहा, 'रात्रिकालीन अभियान वायुसेना का सरप्राइज करने वाला अभ्यास है। भारतीय वायु सेना अत्यंत जोशीले कर्मियों एवं अत्याधुनिक प्लेटफॉर्मों की मदद से किसी भी परिस्थिति में अभियान चलाने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित एवं तैयार है।'
अटैक हेलिकॉप्टर अभियान में हुआ शामिल
चीन सीमा के नजदीक स्थित इस सैन्य ठिकाने पर एएनआई की टीम करीब छह घंटे तक रही और इस ठिकाने से सबसे पहले अटैक हेलिकॉप्टर अपाचे ने उड़ान भरी। रात 11 बजे के करीब वायु सेना का यह अभियान शुरू हुआ। इस अभियान में लड़ाकू विमान मिग-29 के उड़ान भरते ही पूरा आसमान गड़गड़ाहट की आवाज से भर गया।
अलग-अलग ठिकानों से लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी
इस अग्रिम मोर्च से जिस समय मिग-29 उड़ान भर रहे थे ठीक उसी समय उत्तरी सेक्टर के विभिन्न वायु सेना ठिकानों से मिराज 2000, सुखोई -30 एमकेआई और जगुआर ने भी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर उड़ान भरी। वारंट ऑफिसर पी शर्मा ने एएनआई को बताया, 'सैन्य ठिकाने पर सैनिकों का जोश काफी ऊंचा है।'
पूर्वी लद्दाख में वायु सेना ने अपनी गितविधियां बढ़ाईं
गत 15 जुलाई को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के साथ लद्दाख सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव का माहौल है। सीमा पर बढ़ते गतिरोध और चीन की हरकत का जवाब देने के लिए भारत ने अपने अग्रिम मोर्चों पर सैनिकों की तादाद बढ़ा दी है। साथ ही अग्रिम मोर्चों पर स्थित वायु सेना के ठिकानों को अलर्ट पर रखा गया। सीमा के उस पार चीनी सैनिकों की संख्या बढ़ने पर वायु सेना ने लद्दाख में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। एलएसी के उस पार चीन ने भी अपने लड़ाकू विमान तैनात किए हैं।