- वायु सेना प्रमुख भदौरिया ने कहा-आतंकवादी हमला हुआ तो करेंगे बालाकोट जैसी एयरस्ट्राइक
- आईएएफ प्रमुख ने कहा कि एस-400 और राफेल के शामिल होने से बढ़ जाएगी वायु सेना की ताकत
- गत फरवरी में श्रीनगर में हमने अपने ही हेलिकॉप्टर को मार गिराया था, हमसे एक बड़ी चूक हुई
नई दिल्ली : वायु सेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने गुरुवार को पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि देश में यदि फिर से आतंकवादी हमला हुआ तो सरकार के आदेश पर भारतीय वायु सेना (आईएएफ) उसका जवाब देगी। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि राफेल और वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली एस-400 भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की क्षमताओं को और बढ़ाएगी। गत 27 फरवरी को श्रीनगर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बारे में जानकारी देते हुए एयर चीफ मार्शल ने कहा कि इस घटना में वायु सेना की तरफ से चूक हुई और हमने अपने ही हेलिकॉप्टर को मार गिराया। इस मामले में दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वायु सेना प्रमुख ने कहा, 'हेलिकॉप्टर मार गिराने के मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी पूरी कर ली गई है। हमने अपने ही हेलिकॉप्टर को मार गिराया था। यह हमारी चूक थी। हम मानते हैं कि यहां हमसे एक बड़ी गलती हुई। हम सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस तरह की गलती न दोहराई जाए।' वायु सेना प्रमुख ने कहा कि जांच में दोषी पाए गए दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस सवाल पर कि क्या पाकिस्तान भारतीय पायलट की संचार प्रणाली को जाम कर सकता है जैसा कि उसने अभिनंदन के मामले में किया था। इस पर भदौरिया ने कहा, 'हमने रेडियो बातचीत को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाए हैं। अब पाकिस्तान हमारी बातचीत को सुन नहीं पाएगा।' पाकिस्तान में दूसरा बालाकोट जैसी कार्रवाई करने के सवाल पर उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान से यदि आतंकवादी हमला होता है तो सरकार के आदेश पर हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।'
पंजाब में पाकिस्तान की तरफ से छोटे ड्रोन्स से हथियार गिराए जाने की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए वायु सेना प्रमुख ने कहा, 'छोटे ड्रोन्स नई चुनौती के रूप में उभरें हैं। इस समस्या से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना खरीदारी करने की प्रक्रिया से गुजर रही है। यह सीमा उल्लंघन का मामला है और इस बारे में जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।'
बता दें कि गत 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली। इसके बाद आईएएफ ने 26 फरवरी को जवाबी करते हुए जैश के बालाकोट स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए। भारतीय वायु सेना ने इस मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। पाकिस्तान को भारत की तरफ से इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी। हालांकि, उसने अगले दिन 27 फरवरी को भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की असफल कोशिश की।