- कंगना रनौत का रोपड़ में हुआ था विरोध
- कंगना ने कहा कि उन्हें भद्दी भद्दी गालियां दी गईं
- अगर पुलिस नहीं रही होती तो लिंचिंग हो जाती
कंगना रनौत, अपने बिंदास अंदाज के साथ बिंदास बोल के लिए भी जानी जाती हैं, वैसे तो वो फिल्मी पर्दे पर अलग अलग भावभंगिमाओं में नजर आती हैं। लेकिन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर भी खुलकर राय रखती हैं। किसान आंदोलन को वो अपने नजरिए से देखती रही हैं। लेकिन उनकी बयानबाजी से किसान संगठन नाराजगी जताते रहे हैं। शुक्रवार को वो पंजाब के रोपड़ में थीं और वहां उन्हें किसानों के जबरदस्त विरोध को झेलना पड़ा। उनके मुताबिक उनसे हाथापाई की गई बोलने नहीं दिया गया। इसके अलावा कई तरह के आरोप लगाए।
तो हो जाती लिंचिंग
कंगना रनौत का कहना है कि अगर पुलिस वाले मौके पर नहीं होते को उनके साथ अनहोनी यानी लिंचिंग हो जाती। उन्होंने कहा वैसे लोगों पर शर्म आती है। नए वीडियो शेयर किए जिसमें वह महिला किसानों के साथ बातचीत करती दिखाई पड़ीं। इन वीडियोज में कंगना रनौत एक महिला किसान से कहती नजर आईं कि आप मेरी मां समान हो। इसके थोड़ी ही देर बाद एक्ट्रेस ने कुछ और वीडियो शेयर किए जिसमें वह बताती दिखीं कि वह वहां से सुरक्षित निकल गई हैं। एक्ट्रेस ने इन वीडियोज में पंजाब पुलिस और सीआरपीएफ का शुक्रिया अदा किया।
क्या विरोध करने का यही तरीका है
कंगना रनौत ने कहा कि कुछ लोग अपने आपको किसान कह रहे थे। उन्हें भद्दी भद्दी गालियां दे रहे थे। अगर पुलिस मौके पर उनके साथ नहीं रही होती तो अनहोनी घट जाती। उनकी समझ के बाहर है कि अगर वो किसी बात से इत्तेफाक नहीं रखती हैं तो उसका मतलब यह नहीं है कि इस तरह से विरोध किया जाए। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है, समाज का कोई वर्द उनकी बातों से या वो खुद किसी बात से मेल नहीं खा सकतीं। लेकिन इसका मतलब तो यह नहीं हो सकता की उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाए।