- जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग पर गृहमंत्रालय में हुई थी अहम बैठक
- 1 मई से लेकर अब तक 10 टारगेट किलिंग
- हिंदू कर्मचारी सुरक्षित जगह ट्रांसफर की कर रहे हैं मांग
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग पर गृहमंत्रालय की अहम बैठक खत्म हो गई है। नॉर्थ ब्लॉक की इस मीटिंग में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, एनएसए अजीत डोभाल, सभी खुफिया एजेंसी के प्रमुख जम्मू कश्मीर के डीजी दिलबाग सिंह मौजूद थे।जम्मू कश्मीर की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री का कड़े रुख को अमले में लाने पर जोर दिया। कश्मीरी हो या नॉन कश्मीरी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। स्थानीय लेवल पर खुफिया और सुरक्षा दायरा और बढ़ाया जाए। आतंक फैलाने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए किसी भी कीमत पर बख्शा ना जाए। कश्मीर में ऐसे इलाकों को चिन्हित किया जाए जहां इस तरह की वारदात हो सकती है। गृहमंत्री को बैठक के दौरान बताया गया कि इस पूरे मामले में एंटी टेररिज्म ग्रिड पूरी तरह से एक्टिव है।
गृहमंत्रालय में हुई अहम बैठक
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने (कश्मीर) घाटी में चुनिंदा तरीके से एक के बाद एक की जा रही हत्याओं के मद्देनजर शुक्रवार को जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख मनोज पांडे तथा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उन प्रमुख लोगों में शामिल थे जिन्होंने इस बैठक में हिस्सा लिया।मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि इस बैठक में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा इंतजाम का विषय भी उठा।यह बैठक ऐसे समय हुई जब आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी में चुनिंदा ढंग से गैर -मुसलमानों, सुरक्षाकर्मियों, एक कलाकार एवं स्थानीय नागरिकों समेत एक के बाद एक कर कई लोगों की हत्या की है।बृहस्पतिवार को दो अलग-अलग घटनाओं में कश्मीर में एक बैंककर्मी एवं ईंट भट्टा मजदूर की हत्या कर दी गयी जबकि एक अन्य मजदूर को घायल कर दिया गया।
1 मई से अब तक 10 टारगेट किलिंग
एक मई के बाद से कश्मीर में बैंककर्मी की हत्या नौंवी तथा श्रमिक की हत्या दसवीं चुनिंदा ढंग से की गयी हत्या थी। मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले की एक अध्यापिका की गोली मारकर हत्या कर दी थी।अठारह मई को उत्तरी कश्मीर के बारामूला में आतंकवादी शराब की एक दुकान में घुस गये थे और उन्होंने गोला फेंककर जम्मू क्षेत्र के एक व्यक्ति को मार डाला था एवं तीन अन्य को घायल कर दिया था।
श्रीनगर में 24 मई को पुलिसकर्मी सैफुल्लाह को उनके घर में ही गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी जबकि उसके दो दिन बाद ही बडगाम में अमरीन भट्ट को मौत के घाट उतार दिया गया था।प्रधानमंत्री पैकेज के तहत 2012 में नियुक्त किये गये कश्मीरी पंडित, राहुल भट की हत्या के बाद प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे सामूहिक पलायन का खतरा उत्पन्न हो गया है। मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के चडूरा में 12 मई को भट की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
शाह की अध्यक्षता में आज हुई यह बैठक पिछले एक पखवाड़े से भी कम समय में दूसरी ऐसी बैठक है। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, खुफिया ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह, सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह, जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह सहित प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया।इससे पहले शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, रॉ सचिव सामंत गोयल और जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के साथ अनौपचारिक बैठक की थी।