- मलेशिया से पॉम ऑयल की खरीद पर भारत ने लाई है कमी
- मलेशिया के पॉम ऑयल का सबसे बड़ा खरीदार देश है भारत
- मलेशिया के पीएम महातिर ने सीएए और कश्मीर पर दिए हैं बयान
नई दिल्ली: पाकिस्तान की माली हालत देश और दुनिया किसी से छिपी नहीं है। उसकी अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है। कर्ज के जाल में फंसी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कोई भी बड़ा आर्थिक झटका बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं है। पाकिस्तान खुद दूसरे देशों की मेहरबानी एवं उनसे मिले कर्ज से अपना काम चला रहा है। ऐसे में इमरान खान का यह कहना कि पॉम ऑयल पर भारत के प्रतिबंध से मलेशिया को जो नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई के लिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे, तो उनकी यह बात 'छोटे मुंह बड़ी बात' कहावत को चरितार्थ कर रही है।
बता दें कि इमरान खान दो दिन के मलेशिया के दौरे पर हैं। इस मौके पर एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि पॉम ऑयल के आयात पर भारत द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से मलेशिया को जो नुकसान हो रहा है, उसकी भरपाई के लिए पाकिस्तान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा। इमरान खान का यह बयान अजीबो-गरीब है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो देश खुद दूसरे देशों के रहमो-करम और कर्ज से चल रहा हो और मलेशिया जैसे देश की किस प्रकार से मदद कर पाएगा।
पाकिस्तान में इन दिनों महंगाई चरम पर है। हाल के दिनों में खैबर पख्तूनख्वा में नॉन की कमी देखने को मिली। आटे की किल्लत की वजह से लाहौर, फैसलाबाद, मुल्तान और गुजरावाला में लोग परेशान हुए। इन शहरों में आटा प्रतिकिलो 70 (पीकेआर) में बिका। जो देश अपने नागरिकों के लिए रोटी और आटे की व्यवस्था ठीक से न कर पाए, वह देश यदि किसी देश के नुकसान की भरपाई करने की बात कहने लगे तो यह अजीबो-गरीब बात ही होगी।
मलेशिया के पॉम ऑयल का सबसे बड़ा खरीदार है भारत
भारत पॉम ऑयल की सबसे ज्यादा खरीदारी मलेशिया से करता है। यह आंकड़ा पिछले पांच वर्षों से कायम है। साल 2019 में भारत ने इस देश से 4.4 मिलियन टन पॉम ऑयल की खरीदारी की है। वहीं, पॉम ऑयल का उत्पादन करने करने वाल मलेशिया दुनिया का दूसरे सबसे बड़ा देश है। पॉम ऑयल का सबसे ज्यादा उत्पादन इंडोनेशिया करता है। पॉम ऑयल की खरीद पर भारत का प्रतिबंध का असर मेलिशिया की अर्थव्यवस्था पर व्यापक स्तर पर होगा। मलेशिया की जीडीपी में पॉम ऑयल का योगदान 11 अरब डॉलर है और जीडीपी का 3.8 प्रतिशत है।
पॉम आयल पर टिकी है मलेशिया की अर्थव्यवस्था
मलेशिया की कृषि अर्थव्यवस्था पॉम ऑयल पर ही आधारित है। भारत के प्रतिबंध का असर मलेशिया की अर्थव्यवस्था पर दिखने भी लगा है। हालांकि, नई दिल्ली का कहना है कि उसने मलेशिया को निशाना बनाते हुए पॉम ऑयल पर किसी तरह के प्रतिबंध लगाए नहीं लगाया है। कुछ दिनों पहले वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पॉम ऑयल की खरीद पर यदि किसी तरह का प्रतिबंध लगेगा तो वह सभी देशों पर एक साथ लगेगा।
कश्मीर और सीएए पर दिया है बयान
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त करने और इसके बाद नागरिकता संशोधन कानून पर भारत विरोधी बयान दिया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि 'भारत में एक कट्टरपंथी सरकार सत्ता में आई है और उसने कश्मीर में लोगों को जेल में डाल दिया है।' महातिर ने सीएए पर भी सवाल उठाए हैं। इस कानून पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भारत में लोग 70 साल से एक साथ रहते आए हैं, तो ऐसे में इस तरह के कानून की जरूरत क्या थी।