- खादिम Salman Chishti ने Video के जरिए Nupur Sharma को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया
- अजमेर दरगाह के खादिमों की संस्था का बयान, सलमान चिश्ती के बयान से खुद को अलग किया
- सलमान चिश्ती के बयान का समर्थन नहीं करते-अंजुमन
Ajmer Dargah News: मजहब के नाम पर आखिर समाज में जहर घोलने और दहशत पैदा करने की साजिश क्यों रची जा रही है। 'सर तन से जुदा' गैंग आखिर इतना बेखौफ क्यों है। आखिर क्यों राजस्थान में बेखौफ होकर मजहब की आड़ में लोगों को धमकाने का सिलसिला चल रहा है। अब इस मामले में एंट्री हुई हिस्ट्रीशीटर और अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती की, जिसका एक वाडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सलमान चिश्ती नूपुर शर्मा का सर काटने वाले को अपना घर देने की बात कह रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद से हंगामा मचा हुआ है और पुलिस ने चिश्ती के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने खादिम को आदतन अपराधी बताया है।
क्या कहता है खादिम
वीडियो में खादिम सलमान चिश्ती रोते हुए कह रहा है, 'वक़्त पहले जैसा नहीं रहा वरना में बोलता नहीं, मुझे कसम है मेरी मां की मैं उसे सरेआम गोली मार देता, मेरे बच्चों की कसम मैं उसे गोली मार देता। और आज भी सीना ठोक कर कहता हूं जो भी नुपुर शर्मा की गर्दन लाएगा मैं उसे यह अपना घर दे जाऊंगा ओर रास्ते पर निकल जाऊंगा। यह वादा करता है सलमान। मैं आज भी चीरने का दम रखता हूं।' यह पहली बार नहीं है जब मौलाना ने इस तरह का बयान दिया है वह पहले भी 17 जून को 'गुस्ताख ए रसूल की यही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा' जैसा बयान दे चुका है जिसके बाद उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या हुई थी।
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जारी है धमकी मिलने का सिलसिला
इस बीच कन्हैया लाल की हत्या के बाद अजमेर के एक वकील को गर्दन उड़ाने की धमकी मिली है जिससे वकीलों में बेहद गुस्सा है। वहीं राजसमंद में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी पर जानलेवा हमले के बाद कानून व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। कन्हैयालाल की हत्या के बाद राजस्थान में सुरक्षा के तमाम दावे हो रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कन्हैयालाल को भी लगातार धमकियां मिल रहीं थीं और फिर 28 जून को उनका कत्ल कर दिया गया आरोपी तो गिरफ्तार हो चुके हैं लेकिन अब दूसरे लोगों को भी हत्या की धमकी मिलना हैरान करने वाला है। इससे ये भी साफ है कि धमकी देने वालों को कानून का खौफ बिल्कुल भी नहीं है।
खड़े हो रहे हैं सवाल
उदयपुर में कन्हैया की हत्या के बाद सुरक्षा चाक चौबंद करने के दावे तो खूब हो रहे हैं लेकिन राजसमंद में एक पुलिसकर्मी पर ही जानलेवा हमला कर दिया गया। बदनौर चौराहे पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल पर एक अज्ञात बदमाश ने हमला कर दिया जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गये। फिलहाल हैड कांस्टेबल को इलाज के लिए गंभीर हालत में ब्यावर रैफर किया गया है। घटना के बाद भीम कस्बे में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। अब सवाल इसी बात का है कि इस तरह के मामलों पर नकेल कब कसी जाएगी और दहशत पैदा करने वालों को सबक कब सिखाया जाएगा।
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