- शिवसेना में अब दो गुट उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे
- शिंदे गुट का शिवसेना पर दावा
- विधायकों के अयोग्यता मामले में 20 जुलाई से सुनवाई
महाराष्ट्र में अब एकनाथ शिंदे की सरकार है। 40 बागी विधायकों के दम पर शिंदे सरकार बनाने में कामयाब रहे हालांकि शिवसेना पर किसका हक है उसकी लड़ाई अदालत और चुनाव आयोग के सामने है। जून के आखिरी हफ्ते में जब शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों ने गुजरात और असम में डेरा डाला तो उद्धव ठाकरे ने डिप्टी स्पीकर की मदद से 14 विधायकों को अयोग्य ठहराया हालांकि शिंदे कैंप ने भी डिप्टी स्पीकर पर अविश्वास दर्ज करते हुए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई। इस तरह कानूनी और राजनीतिक लड़ाई के बीच शिवसेना के नेता संजय राउत ने शायराना अंदाज में शिंदे कैंप को चुनौती दी है। उन्होंने ट्वीट के जरिए लिखा कि फन कुचलने का हूनर भीं सिखिए..
सांप के खौफ से जंगल नहीं
छोडा करते...
जय महाराष्ट्र!
'आप एमएलए रहेंगे या नहीं, फैसला तो आने दीजिए'
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना से टूटे हुए लोगों के गुट ने शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बना ली और हमारी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया। आप लोग(एकनाथ शिंदे गुट) टूट कर अलग चले गए। 20 तारीख से SC में सुनवाई होगी कि आप MLA रहेंगे या नहीं और आप हमें ही बर्खास्त कर रहे हैं। बता दें कि दिल्ली में आज एकनाथ शिंदे होंगे और उससे पहले 12 सांसदों ने एक बैठक की थी। उससे पहले शिवसेना के कद्दावर नेता रामदास कदम के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई थी।