- दिल्ली में सिंघु बॉर्डर पर पकड़े गए युवक ने लिया यूटर्न
- किसानों पर ही लगाए गंभीर आरोप, कहा- धमकी देकर दिलवाया गया झूठा बयान
- युवक बोला- दिल्ली में पैदल घुसते वक्त ही कुछ लोगों ने मुझे अगवा कर बुरी तरह पीटा था
नई दिल्ली: दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार शाम को किसानों ने एक शख्स को मीडिया के सामने लाकर दावा किया था कि वह 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च के दौरान चार किसान नेताओं की हत्या करना चाहता था। इस दौरान कथित शूटर ने भी ये बात कबूली थी। लेकिन हरियाणा पुलिस की कस्टडी में आने के बाद कथित शूटर योगेश ने किसानों पर ही बड़े सनसनीखेज आरोप लगाए हैं और कहा है कि किसानों ने उसे अगवा कर लिया था फिर उसके साथ मारपीट कर ऐसा बयान देने को कहा गया। योगेश ने बताया कि किसानों ने उससे कहा था कि अगर वह उनके हिसाब से बयान नहीं देगा तो उसका कत्ल कर दिया जाएगा।
किया अगवा
जो वीडियो योगेश का सामने आया है उसमें वह कहता है, मै सोनीपत का योगेश सिंह, 19 तारीख को मेरे मामा का लड़का हुआ था मैं वहां गया हुआ था। मैं दिल्ली डीटीसी बस में आया था। दिल्ली पुलिस ने मुझे वहां से आगे पैदल नरेला भेजा था। उसी दिन शाम को करीब साढ़े चार बजे कोंडली एरिया में मैंने उन्हें केवल इतना झूठ बोला कि कोई यहां लड़की छेड़ रहा है। उनको ये लगा कि मैं लड़की छेड़ रहा हूं। वो अगवा कर मुझे कैंप ले गए फिर वहां ले जाकर मुझे मारा, बेल्ट से मारा और ट्राली में उल्टा लटकाकर मारा। अगले दिन उन्होंने मुझसे कहा कि जो हम करेंगे वो करेगा? मैंने कहा ठीक है सर। मुझे मारकर उन्होंने खाना खिलाया और कहा कि जैसे-जैसे हम बोलेंगे तू वैसा करेगा। मैं ने कहा ठीक है सर।'
जबरन शराब पिलाई
योगेश ने आगे बताया, 'उन्होंने रात को मुझे दारू पिलाकर फिर मारा। मेरे साथ एक और लड़का था जिसका नाम था सागर, वो बोल रहा था कि मैंने तो कुछ करा भी नहीं है तब भी मुझे मार रहे हैं। वो किसी तरह भाग गया। दूसरे दिन जब मैं उठा तो उन्होंने मुझे कहा कि उसको तो हमने मार दिया है अब हम जो कहेंगे तू वो करेगा। अगले दिन फिर मारा.. मैंने 112 नंबर पर भी फोन किया.. मैंने कहा कि मुझे पुलिस के हवाले कर दो, तो वो बोले हम किसी के हवाले नहीं करते हैं, मारकाट कर फेंक देते हैं।'
किसानों का आरोप
योगेश ने अपने दावे में यह भी कहा कि उसके साथ कुछ और युवक भी पकड़े गए थे। बता दें कि योगेश को ही किसान संगठनों ने गुरुवार को मीडिया के सामने पेश किया था। प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनमें से चार की हत्या करने और 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची गई।