- 2 साल से 2 महिलाएं कार में जीने को मजबूर
- बेटे की हत्या के बाद कार में रहती हैं मां-बहन!
- प्रॉपर्टी पर कब्जा करने वाले रिश्तेदारों से है डर!
Karnal News: प्रॉपर्टी के लालच में रिश्तेदार जान के दुश्मन बन जाते हैं, इसका एक उदाहरण हरियाणा के करनाल में देखने को मिला है। यहां मां- बेटी पिछले दो साल से कार में रह रहे हैं। जिस कार में ये रह रहे हैं वो आज इन दोनों के लिए घर जैसे काम कर रही है। पिछले दो सालों से यही कार इन दोनों महिलाओं का आशियाना बन चुका है। कार में रहने वाली महिला में एस एक का नाम है सुमित्रा कटारिया और दूसरी हैं उनकी बेटी स्वाति कटारिया। दोनों अपने जरूरी सामान के साथ इसी कार में गुजार कर रही हैं। और इसकी वजह है जान का डर।
डरावने हैं आरोप
स्वाति कटारिया बताती हैं, 'उन्होंने (रिश्तेदारों) हमें धमकी दी और हमारे गाड़ी के टायर वगैरह फाड़ देते थे कि तुम यहां पर मत रहो। ये साबित करती है कि वो हमें नहीं रहने दे रहे थे। जब मैंने कहा कि ये मेरा घर है तो उन्होंने मेरे भाई की हत्या कर उसकी लाश वहां फेंक दी।' सुना आपने आरोप है कि 2020 में इनके भाई पुनीत की हत्या कर दी गई थी वो हत्या प्रॉपर्टी हथियाने के लिए की गई थी। वहीं मां यानी सुमित्रा कटारिया कहती हैं, 'उन्होंने मुझे पकड़ा, और एक बंदा जो ड्राईविंग कर रहा था मंदीप उसने मुझे फेंककर रिवर्स गाड़ी चलाई और मेरे ऊपर चढ़ाने की कोशिश की।'
बेटे की हत्या का आरोप
फिलहाल ये पूरा मामला हाई कोर्ट में है और सुरक्षा देने की जिम्मेदारी पुलिस पर है। आरोप के मुताबिक 35 एकड़ जमीन पर कब्जे की खातिर बेटे की हत्या और लाखो के गहने व नकदी चुराने के आरोप लगाए हैं।पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की पर कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया है। दोनों ने एप्लिकेशन दाखिल करते हुए अपने ही रिश्तेदारों और एक बाबा से खुद को जान का ख़तरा बताया है | सुमित्रा रानी कटारिया ने आरोप लगाया है कि 12 अगस्त 2020 को इन्ही लोगो ने 35 एकड़ जमीन पर कब्जे की नियत से उनके बेटे पुनीत की हत्या कर दी और मौत को हार्ट अटैक साबित कर दिया था।
महिला को कार से कुचलने की कोशिश
पुनीत की ह्त्या के बाद से ही दोनो छिप छिप कर दिन काट रही है क्योकि उनको डर है कि किसी भी वक्त उनकी भी ह्त्या की जा सकती है। इसलिए पिछले दो साल से वो अपनी कार में ही रहते हैं क्योंकि उन्हें घर में घुसने से डर लगता है कहीं और भी रहें तो वहां भी जान का खतरा है। एडवोकेट स्वाति ने बताया क़ी पिता की मौत के बाद वही जमीन की देखभाल कर रही है | वर्ष 2016 में स्वाति व उसकी माँ जब अपने असंध स्थित फार्म हाउस में गए हुए थे तो उनके रिश्तेदारों ने हमला कर दिया था और याचिकर्ता सुमित्रा रानी को अपनी वेंटो कार तले रौंद कर जान से मरने की कोशिश की थी। इस हमले के घाव के निशान आज भी सुमित्रा कटारिया के शरीर पर हैं। इससे पहले पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने 9 अप्रैल 2021 को सुमित्रा रानी और एडवोकेट स्वाति की जान व माल की रक्षा के लिए पुलिस प्रोटेक्शन देने के आदेश जारी किये थे लेकिन स्वाति का कहना है उन्हें सुरक्षा नहीं मिली।