- पैंगोंग सो झील के दक्षिणी हिस्से में सोमवार को फायरिंग की घटना सामने आई
- पीएलए का आरोप है कि भारत की तरफ से वॉर्निंग शॉट्स फायर किए गए
- पूर्वी लद्दाख के इस इलाके में गत 31 अगस्त को भी हुआ था संघर्ष
लद्दाख : पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव एवं संघर्ष एक बार फिर बढ़ने लगा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के समीप पूर्वी लद्दाख में फायरिंग होने की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि फायरिंग की यह घटना पैंगोंग सो लेक के दक्षिणी छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर हुई है। चीन की सेना पीएलए ने भारत पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। समझा जाता है कि इस घटना के बाद विवाद वाले इन जगहों पर तनाव नए सिरे से बढ़ सकता है। मीडिया रिपोर्टों में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा चुका है।
भारतीय सेना पर चीन का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पीएलए एवं भारतीय सेना की मौजूदगी में फायरिंग की यह घटना हुई। पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमान के प्रवक्ता कर्नल जांग शुली ने दावा किया, 'सोमवार को पैंगोस सो लेक के दक्षिणी तट के समीप शेनपाओ पहाड़ी पर भारतीय सेना ने अनुचित रूप दाखिल हुई।' पीएलए प्रवक्ता के इस आरोप के बारे में भारतीय सेना के एक सूत्र ने कहा, 'चीनी सैनिकों ने भारतीय पोस्ट्स को निशाना बनाकर सीमित रूप से गोलीबारी की जिसके बाद 'वॉर्निंग शॉट्स' फायर किए गए। सूत्र ने आगे बताया कि काला टॉप एवं हेल्मेट टॉप पहाड़ियों को अपने नियंत्रण में लेने के बाद भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है। जबकि चीन की सेना इन पहाड़ियों पर दोबारा अपना नियंत्रण पाने के लिए दुस्साहस कर रही है।'
31 अगस्त को भी हुआ था टकराव
सीमा पर जारी गतिरोध के बीच पूर्वी लद्दाख में सोमवार को हुई फायरिंग की यह पहली घटना नहीं है। बताया जा रहा है कि गत 31 अगस्त को भी पैंगोग लेक के दक्षिणी हिस्से में दोनों सेनाओं के बीच 'वॉर्निंग शॉट्स' के रूप में फायरिंग हुई। यहां चीनी सेना ने सामरिक रूप से अहम ऊंची चोटियों से भारतीय सेना को पीछे धकेलने का असफल प्रयास किया। इस घटना के बारे में स्पष्टीकरण आया कि यह आक्रामक गोलीबारी नहीं बल्कि 'वॉर्निंग शॉट्स' थे।
पूर्वी लद्दाख के कई जगहों पर जारी है गतिरोध
बता दें कि भारत और चीन के बीच गत अप्रैल-मई महीने से फिंगर एरिया सहित पूर्वी लद्दाख के कई जगहों पर गतिरोध बना हुआ है। इन जगहों भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने और एक दूसरे की फायरिंग रेंज में है। सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं निकल सका है। पूर्व लद्दाख में मौजूदा हालात के लिए भारत ने चीन को जिम्मेदार ठहराया है। भारत ने दो टूक कहा है कि वह अपनी जमीन से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा।