- भारत ने अटारी बॉर्डर पर पहला रेडिएशन डिटेक्शन इक्विपमेंट लगाया है
- इसे हथियारों या अवैध वस्तुओं की तस्करी रोकने में मददगार समझा जा रहा है
- बताया जा रहा है कि यह रेडियोधर्मी सामग्री की तस्करी भी पकड़ सकता है
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में बदले हालात और पाकिस्तान में तेज होती गतिविधियों के बीच भारत ने अटारी बॉर्डर के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) पर पहला रेडिएशन डिटेक्शन इक्विपमेंट (RDE) लगाया है। इसे फुल-बॉडी ट्रक स्कैनर कहा जाता है। इसे हथियारों, गोला-बारूद या अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी का पता लगाने में बेहद अहम समझा जा रहा है। यह रेडियोधर्मी सामग्री की तस्करी को भी पकड़ सकता है।
लैंड पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन आदित्य मिश्रा के मुताबिक, इस डिवाइस को फुल-बॉडी ट्रक स्कैनर कहा जाता है। यह वास्तव में हथियारों, गोला-बारूद या अन्य अवैध वस्तुओं की तस्करी का पता लगाने के लिए ट्रक का एक्स-रे है। यह किसी रेडियोधर्मी सामग्री की तस्करी को भी पकड़ सकता है।
अवैध तस्करी को रोकने में मिलेगी मदद
इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रेडियोधर्मी सामग्री की अवैध तस्करी का पता लगाने और उसे रोकने में मददगार समझा जा रहा है। ये मशीनें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के लिए काफी उपयोगी समझी जा रही हैं।
यहां उल्लेखनीय है भारत और पाकिस्तान के बीच जहां व्यापार बंद है, वहीं अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते ट्रक भारत में आ रहे हैं और वे अटारी बॉर्डर के जरिये ही भारत में प्रवेश करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, आम तौर पर रोजाना सूखे मेवे और फलों से भरे करीब 30 ट्रक अटारी बॉर्डर के जरिये भारतीय सीमा में प्रवेश करते हैं। ऐसे अटारी बॉर्डर के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट रेडिएशन डिटेक्शन इक्विपमेंट लगाने को काफी अहम समझा जा रहा है।