- भारत-चीन सीमा के नजदीक वायुसेना के विमानों ने उड़ान भरी है
- IAF के लड़ाकू विमानों ने अग्रिम एयरबेस पर एयर ऑपरेशन को अंजाम दिया
- वायुसेना के कमांडर्स ने कहा कि वे किसी भी ऑपरेशन के लिए तैयार हैं
लेह : पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन तनाव के बीच शनिवार को भारतीय वायुसेना (IAF) के विमानों ने उड़ान भरी। इस दौरान वायुसेना के कमांडर्स ने कहा कि वे किस भी ऑपरेशन के लिए तैयार हैं और उनका जोश हमेशा की तरह चरम पर है। वायुसेना के Su-30MKI, MiG-29 विमानों ने भारत-चीन सीमा के नजदीक उड़ान भरी। IAF के अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर भी भारत-चीन सीमा के नजदीक अग्रिम चौकियों के करीब उड़ान भरते देखे गए।
'हम पूरी तरह तैयार'
भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने भारत-चीन सीमा के नजदीक अग्रिम एयरबेस पर एयर ऑपरेशंस को अंजाम दिया। इस दौरान वायुसेना के कमांडर्स पूरे जोश में नजर आए और उन्होंने कहा कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। IAF के एक विंग कमांडर ने कहा, 'चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हमारे पास सभी संसाधन हैं, चाहे वह मैनपावर की बात हो या उपकरणों की। वायुसेना सभी तरह के ऑपरेशंस और किसी भी सैन्य ऑपरेशन को मदद के लिए पूरी तरह तैयार है।'
'हमारा जोश हाइ'
वहीं, भारतीय वायुसेना में एक स्क्वाड्रन लीडर ने कहा, 'इस बेस पर और पूरे वायुसेना में हर योद्धा पूरी तरह प्रशिक्षित और सभी तरह की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है। हमारा जोश हमेशा से ऊंचा रहा है और हमारा जोश हमेशा ऊंचा रहा है और गौरव के साथ आकाश को छू रहा है।'
पीएम मोदी ने किया था लेह दौरा
भारतीय वायुसेना की ओर से यह एयर ऑपरेशन ऐसे समय में हुआ है, जबकि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेह का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गलवान हिंसा में 15 जून को घायल सैनिकों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि भारत न कभी किसी विदेशी ताकत के आगे झुका है और न भविष्य में ऐसा होगा। इस दौरान उन्होंने चीन को कड़ा संदेश देते हुए यह भी कहा कि विस्तारवादी ताकतें अब पूरी दुनिया में खत्म हो गई हैं।
IAF ने बढ़ाई गश्त
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भारत-चीन तनाव के बीच भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने बीते कुछ दिनों में यहां कई बार चीन की सीमा से लगे इलाकों में उड़ान भरी है। भारतीय सैन्य सेवाएं यहां पूरी सतर्कता बरत रही हैं और वायुसेना ने इलाके में गश्त भी बढ़ा दी है। वहीं, जमीनी स्तर पर सैनिक मजबूती के साथ देश की सरहदों की रक्षा के लिए तैनात हैं।