Indian students evacuation from Ukraine: यूक्रेन में युद्ध छिड़ने के बाद से वहां फंसे भारतीय नागरिकों व छात्रों की स्वदेश वापसी के लिए सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया है। इस मिशन को और तेज किया जा रहा है, ताकि भारतीय नागरिकों की जल्द से जल्द वापसी यूक्रेन से सुनिश्चित की जा सके। आने वाले कुछ दिनों में इस मिशन के तहत 80 फ्लाइट्स को यूक्रेन भेजा जाएगा, जिससे बड़ी तादाद में भारतीय जल्द घर लौट पाएंगे। सरकार ने इस मिशन में तेजी लाते हुए 24 केंद्रीय मंत्रियों को को भी इस संबंध में जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दी रिपोर्ट में कहा है कि 10 मार्च, 2022 तक 80 फ्लाइट्स को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को देश वापस लाने के काम में लगाया जाएगा। इनमें कुछ फ्लाइट एयर इंडिया की हैं तो कुछ एयर इंडया एक्सप्रेस, इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, गो एयर और वायुसेना के कुछ विमान भी शामिल हैं। रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 35 उड़ानों का संचालन किया जाना है, जबकि हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से 28 फ्लाइट्स का परिचालन किया जाएगा, जबकि नौ फ्लाइट्स का संचालन पोलैंड के जेसजॉ से होना है। पांच उड़ानें रोमानिया के सुसीवा से और तीन उड़ानें स्लोवाकिया के कोसिशे से भारतीयों को लेकर आएंगी।
यूक्रेन पर विपक्ष के नेताओं के साथ जयशंकर की बैठक, थरूर बोले-विदेशी नीति इसी भावना के साथ चलनी चाहिए
17 हजार भारतीयों की होगी वापसी
यूक्रेन में फंसे भारतीयों की संख्या अब भी 17000 के आसपास बताई जा रही है, जिन्हें इन उड़ानों के जरिये स्वदेश लाया जाएगा। ऑपरेशन गंगा के तहत चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन से सटे समावर्ती देशों में भेजा गया है, जहां से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया जा रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया को हंगरी, हरदीप सिंह पुरी को रोमानिया किरेन रिजीजू को स्लोवाकिया और वीके सिंह को पोलैंड भेजा गया है, जहां से भारतीय नागरिक विमान के जरिये देश लौट रहे हैं।
यूक्रेन में फंसी छात्र भूमि अब भारत में, मां ने कविता के जरिए पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
इस मिशन के सुचारु संचालन और इसकी निगरानी के काम में 24 मंत्रियों को लगाया गया है। चार केंद्रीय मंत्रियों को जहां यूक्रेन से सटे सीमवर्ती देशों में भेजा गया है, ताकि यूक्रेन से वहां पहुंचे भारतीय नागरिकों को किसी तरह की परेशानी न हो, वहीं अन्य मंत्रियों को देश में यूक्रेन से लौट रहे छात्रों के बारे में जानकारी रखने और उन्हें सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसके तहत वे भारतीय नागरिकों को लेकर रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से मुंबई या दिल्ली आने वाली फ्लाइट्स पर नजर रखे हुए हैं।