हाल ही में जब बड़गाम में तहसील दफ्तर में राहुल भट्ट की आतंकियों ने हत्या की तो लोगों का गुस्सा उबल पड़ा। हालात इतने खराब हो गए कि जम्मू कश्मीर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पैकेज के तहत नौकरी करने वाले कश्मीरी पंडितों में डर का माहौल है और वो अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। इन सबके बीच कश्मीर की रहने वाली एक मासूम बच्ची ने पीएम नरेंद्र मोदी से मार्मिक अपील की है। उस बच्ची का कहना है कि वो अनाथ नहीं होना चाहती। उसके पिता का कहीं भी ट्रांसफर कर दो लेकिन कश्मीर से बाहर निकाल लो।
मासूम बच्ची की अपील
हाथ जोड़कर वो बच्ची कह रही है प्लीज हमारा ट्रांसफर कश्मीर से बाहर कराइए। वो पीएम पैकेज कर्मचारी की बेटी हूं, यहां पर टारगेट किलिंबग बढ़ गई है। मैंने सुना है कि पहले भी हमें भगाया है। हमारा ट्रांसफर कहीं करा दीजिए, अगर हमारे लिए कुछ करेंगे तो भी टारगेट किलिंग नहीं रुकेगी। हम अनाथ नहीं होना चाहती, मैं अपने पैरेंट्स को नहीं खोना चाहता, कोई भी बच्चा अपने पैरेंट्स को नहीं खोना चाहता। आप किसी तरह से हमें यहां से बाहर निकाल दीजिए। ट्रांसफर करा दीजिए। जम्मू भेजवा दीजिए या कहीं और। वो कहीं भी रह लेंगे। प्लीज मेरी समझिए,हमारी मदद करिए।
बता दें कि हाल के दिनों में टारगेट किलिंग की संख्या में इजाफा हुआ है। जानकार कहते हैं कि सुरक्षा बलों की सटीक रणनीति के आगे आतंकी नेटवर्क कमजोर हो चुका है। लिहाजा वो साफ्ट टारगेट पर निशाना साध रहे हैं। इस तरह की हत्याओं के जरिए वो आम लोगों के मन में खौफ पैदा करना चाहते हैं। इसके साथ ही इस तरह की घटनाओं से विपक्षी दल भी अपना राजनीतिक मकसद साधते हैं। जब कभी भी कश्मीर में इस तरह की घटना होती है तो केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया जाता है।