- आईएनएस विक्रांत फंड में शिनसेना ने घोटाले का आरोप लगाया
- बीजेपी सांसद किरीट सोमैया पर संजय राउत का आरोप
- देवेंद्र फडणवीस बोले, बीजेपी को एजेंसियों पर है पूरा भरोसा
किरीट सोमैया पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि आईएनएस विक्रांत फंड घोटाले में बीजेपी सांसद का हाथ है। अब ईडी और दूसरी एजेंसियां कहां गईं। विपक्ष के नेताओं को तो परेशान करने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। लेकिन बात जब अपने नेताओं पर आती है तो बीजेपी चुप्पी साध लेती है। लेकिन उनके हमले का महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया है। उससे पहले समझने की कोशिश करते हैं कि संजय राउत के आरोप क्या हैं
संजय राउत के क्या हैं आरोप
संजय राउत ने कहा कि लोगों ने बड़ी राशि का योगदान दिया। सोमैया ने कहा था कि इसे महाराष्ट्र राजभवन को सौंपा जाएगा। लोग इसके बारे में सोच रहे थे। हमें राजभवन से सूचना मिली है कि इतनी राशि राजभवन को नहीं सौंपी गई है। पैसा कहां गया ? जब आईएनएस विक्रांत की हालत खराब हुई तो हमारे देश में कुछ लोगों ने मांग की कि इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संग्रहालय में बदल दिया जाए। 200 करोड़ रुपये के फंड की जरूरत थी, सरकार इसे उपलब्ध नहीं करा सकी। इसके लिए महाराष्ट्र और पूरे देश में एक आंदोलन शुरू हुआ
देवेंद्र फणडवीस ने क्या कहा
जब वे हमारे नेताओं के आवास पर अधिकारियों को भेजते हैं, भले ही उनकी कोई गलती न हो, हम कहते हैं कि हम अदालत जाएंगे क्योंकि हमें इस पर भरोसा है। लेकिन जब ईडी सबूतों के आधार पर कार्रवाई करता है, तो वे बुरे होते हैं।मुझे लगता है कि वह सफाई देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष की आदत ऐसी हो चुकी है कि नाकामियों को छिपाने के लिए इस तरह की बात कह रहे हैं।
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप कोई नए नहीं हैं। बीजेपी जब विपक्ष में थी तो इस तरह के आरोप लगाती थी। नेताओं को लगता है कि वो इस तरह की बात कह आम लोगों की संवेदना हासिल कर लेंगे। लेकिन अब जनता भी विपक्ष और पक्ष के दावपेंच को समझती हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में जिस तरह से सत्ता पक्ष के लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है उसके जरिए विपक्ष यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि सबकुछ केंद्र सरकार के निशाने पर किया जा रहा है जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ उद्धव सरकार को अस्थिर करना है।