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नई दिल्ली : भारत एक देश के रूप में 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। इस आजादी के पीछे स्वतंत्रता आंदोलन का एक लंबा इतिहास रहा है। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हो या राष्ट्रगान इन सभी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य एवं पहलू हैं। 15 अगस्त के दिन लाल किले की प्राचीर पर झंडारोहण की एक लंबी परंपरा रही है। आजादी के मौके पर भारत के सभी प्रधानमंत्री लाल किले से देश को संबोधित करते आए हैं। आइए जानते हैं स्वतंत्रता दिवस, तिरंगे और राष्ट्रगान से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में-
- भारतीय तिरंगा को पिंगली वेंकैया ने तैयार किया। आंध्र प्रदेश के रहने वाले पिंगली स्वतंत्रता सेनानी थे।
- अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिलने के चंद दिनों पहले 22 जुलाई 1947 को तिरंगे को अंगीकार किया गया।
- पहला भारतीय झंडा सात अगस्त 1906 को कलकत्ता के पारसी बगान स्क्वायर पर फहराया गया। इसमें तीन पट्टियां हरी, पीली और लाल थीं।
- भारत के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू ने अपना ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया।
- 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने कार्यालय में काम किया। दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डन में एक सभा को संबोधित किया।
- 15 अगस्त 1947 को जब भारत को आजादी मिली थी तब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस जश्न में शामिल नहीं हुए थे। वह उस समय बंगाल के नोआखली में थे, जहां सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं।
- 15 अगस्त 1947 तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ था।
- भारत 15 अगस्त को आजाद जरूर हो गया, लेकिन उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था। रवींद्रनाथ टैगोर जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया।
- आजादी के समय देश में 500 से ज्यादा रियासतें थीं जिनको इस बात का निर्णय करना था कि उन्हें भारत के साथ जाना है या पाकिस्तान के साथ, अधिकतर ने भारत के साथ आने का निर्णय किया।
- 15 अगस्त 1947 को, 1 रुपया 1 डॉलर के बराबर था और सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था।