नई दिल्ली : आज पूरे विश्व में महिला दिवस मनाया जा रहा है। सोशल मीडिया के इस युग में अपनी रिश्तेदारों, सहेलियों और सहयोगी महिलाओं को शुभकामनाओं वाले संदेश भेजने के साथ ही कार्ड, चॉकलेट, फूल और अन्य उपहार देकर उन्हें आज के दिन खास एहसास कराते हैं।
साल 1908 में एक महिला मजदूर आंदोलन की वजह से महिला दिवस मनाने की परंपरा की शुरूआत हुई। आज इस मौके पर जानें इन महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियों के बारे में-
पंचर ठीक कर चलाती हैं परिवार
मध्यप्रदेश: मंदसौर में एक 45 वर्षीय महिला मैना सोलंकी अपने पति की मौत के बाद अपने परिवार का पेट भरने के लिए ट्रक के पंचर ठीक करने का काम करती हैं। वो कहती हैं: महिला की पहचान रख के बैठूंगी की तो कमा के कैसे खाऊंगी, बच्चों को कैसे पालूंगी। मैना सोलंकी: मुझे ये काम करते हुए 20-25 साल हो गए हैं। दिन-रात मेहतन की, ये नहीं सोचा कि मैं लड़की हूं या लड़का हूं बस मेहनत करने में लगी रही। फिर मैंने अपनी बच्चियों को पढ़ाया और दो की शादी भी कर दी।
104 साल की महिला एथलीट होंगी सम्मानित
104 वर्षीय मन कौर को एथलेटिक्स में उनकी उपलब्धियों के लिए आज राष्ट्रपति द्वारा 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने दुनिया भर में ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिताओं में 30 से अधिक पदक जीते हैं।
मुफ्त में गरीबों को देती हैं शिक्षा
उत्तर प्रदेश: PM की अपील से प्रेरित होकर कानपुर की दो महिलाएं मनु(तस्वीर1) और बरखा(तस्वीर 2) गरीब और जरूरतमंद बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रही हैं। बरखा कहती हैं: PM से प्रेरणा मिली कि हम लोगों को गरीबों के लिए ये काम करना चाहिए,जब PM कर सकते हैं तो हम लोग भी आगे बढ़ सकते हैं।
मुफ्त में सिखाती हैं कराटे
कोलकाता के स्लम में रहने वाली गोल्डन गर्ल आयशा नूर बस्ती की लड़कियों को मुफ़्त में कराटे सिखाती हैं: 5 साल की उम्र से मैं कराटे सीख रही हूं। 2012में जब दिल्ली गैंगरेप का हादसा हुआ था उसके बाद 2013 से मैंने लड़कियों को कराटे सिखाना शुरू किया।
IGI एयरपोर्ट पर हैं कैब ड्राइवर
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कैब ड्राइवर आरती: मैं 23साल की हूं और मैं एक कैब ड्राइवर हूं। ज्यादातर लोगों की नज़र में ड्राइविंग सिर्फ लड़के ही कर सकते हैं लड़कियां नहीं कर सकतीं। फिर भी मेरे घरवालों ने मुझे सपोर्ट किया और घर से बाहर इस पेशे में भेजा। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कैब ड्राइवर आरती: अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमारे लिए ट्वीट (#SheInspiresUs )करेंगे तो इससे हमें बहुत फायदा होगा। हमारी जो NGO है वो और फैलेगी। जो लोग हमें जानते नहीं थे वो भी जानेंगे और पहचानेंगे।
4 साल से चला रही हैं ऑटो
पटना, ऑटो ड्राइवर संगीता कुमारी: मैं चार साल से ऑटो चला रही हूं और तीन बच्चों की मां हूं। अब दूसरी महिलाएं भी मुझसे प्रेरणा लेती हैं और इस काम को सीखना चाहती हैं। पटना, ऑटो ड्राइवर संगीता कुमारी: प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत से काम किए हैं।हमें ऑटो चलाने की ट्रेनिंग सरकार ने दी है।सरकार हमें प्रोत्साहित कर रही है।मेरा प्रधानमंत्री जी से निवेदन है कि अगर हम इस पेशे में आए हैं तो हमें सपोर्ट किया जाए।
बस चला कर कर दे रहीं प्रेरणा
हरियाणा, करनाल की एक बस ड्राइवर अर्चना:मैं 5साल से बस चला रही हूं। समाज महिलाओं को इस पेशे में स्वीकार नहीं करता है। मैं खुश हूं कि लोग अब मेरे पेशे को समझ रहे हैं। मुझे और मेरी साथी सरिता जो बस कंडक्टर हैं हमें महिला दिवस पर CM एम.एल.खट्टर द्वारा सम्मानित किया जाएगा। अर्चना, हरियाणा के करनाल में एक सिटी बस की ड्राइवर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की #SheInspiresUs पहल बहुत अच्छी है। यह पहल महिलाओं को अपने जीवन में कुछ हासिल करने और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी। मोदी जी ने महिलाओं की भलाई के लिए बहुत से काम किए हैं।