- हरियाणा की महिला IPS ऑफिसर भारती अरोड़ा ने मांगा वीआरएस
- शेष जीवन धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं भारती अरोड़ा
- समझौता एक्सप्रेस बम ब्लास्ट की जांच में भारती निभा चुकी हैं अहम भूमिका
नई दिल्ली: 18 फरवरी, 2007 को जब दिल्ली से अटारी जा रही रेलगाड़ी में बम धमाका हुआ था उसकी जांच में हरियाणा कैडर की आईपीएस और तत्कालीन एसपी (रेलवे पुलिस) भारती अरोड़ा (IPS Bharti Arora) ने अहम भूमिका अदा की थी। वहीं भारती अरोड़ा अब अंबाला रेंज की आईजी हैं लेकिन अब वह आगे की अपनी जिंदगी कृष्ण भक्ति में बिताना चाहती हैं और इसी कारण उन्होंने सरकार से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) मांगी है। उनका आवेदन फिलहाल विवेचनाधीन बताया जा रहा है।
कृष्णभक्ति कर धार्मिक तरीके से जीना चाहती हूं जीवन- भारती
50 साल की भारती अरोड़ा की सेवा के अभी 10 साल बचे हैं लेकिन वह वीआरएस लेना चाह रही है। भारती ने इसके लिए 24 जुलाई को डीजीपी को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पुलिस की नौकरी को गर्व औ जुनून से भरा बताया है। भारती ने अपने आवेदन में लिखा है कि वह आगे की जिंदगी कृष्ण की सेवा करते हुए धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं। वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह कृष्ण भक्ति में लीन होना चाहती है। आईपीएस भारती अरोड़ा ने सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड से भी छूट देने की विनती की है।
लगातार रही हैं सुर्खियों में
1998 बैच की आईपीएस अधिकारी भारती अरोड़ा समझौत ब्लास्ट केस से लेकर कई मामलों में सुर्खियां बंटोर चुकी हैं। उन्होंने 2009 में तत्कालीन भाजपा विधायक (वर्तमान में हरियाणा के गृहमंत्री) अनिल विज को गिरफ्तार किया था। वह अपनी नौकरी के दौरान जहां भी तैनात रही उनकी कार्यशैली ने वहां खूब सुर्खियां बंटोरी। भारती अरोड़ा के पति आईपीएस विकास अरोड़ा भी हरियाणा कैडर के अधिकारी हैं।