नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हंदवाड़ा ऑपरेशन लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों के दृढ़ संकल्प को उजागर करता है। यूनिट और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अन्य कर्मियों का नेतृत्व करते हुए कमांडिंग ऑफिसर ने अपने जीवन को दांव पर लगाकर मोटो 'स्वयं से पहले सेवा' को दर्शाया है।
जनरल रावत ने कहा, 'सशस्त्र बलों को उनके साहस पर गर्व है क्योंकि उन्होंने आतंकवादियों को सफलतापूर्वक ढेर कर दिया। हम इन बहादुर कर्मियों को सलाम करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।'
जवानों का शहीद होना दर्द भरा: राजनाथ सिंह
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हंदवाड़ा (J-K) में हमारे सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों की क्षति होना बहुत ही परेशान करने वाला और दर्दनाक है। उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में अनुकरणीय साहस दिखाया और देश की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। हम उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। मैं उन सैनिकों और सुरक्षाकर्मियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो इस ऑपरेशन में शहीद हुए। मेरा संवेदना उन परिवारों के लिए है जिन्होंने आज अपने प्रियजनों को खो दिया। भारत इन बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।'
5 सुरक्षाकर्मी शहीद
उत्तरी कश्मीर में हंदवाड़ा क्षेत्र के एक गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए तथा दो आतंकवादी भी मारे गए। हालांकि कर्नल और उनकी टीम ने आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को बहादुरी से मुक्त करा लिया। हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। इस प्रक्रिया के दौरान आतंकवादियों ने टीम पर भारी गोलीबारी की और इसके बाद हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए तथा पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
ये हुए शहीद
इस मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश शहीद हो गए। कर्नल शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे तथा उन्हें कश्मीर में दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका था।