जम्मू और कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त, 2022) को हुए एक ग्रेनेड अटैक की गुत्थी सुलझा ली गई है। वारदात के पांच दिन बाद शनिवार (20 अगस्त, 2022) को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े से दो हाइब्रिड आतंकियों को इस मामले में अरेस्ट किया गया। इस बीच, एलओसी के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में एक सैनिक जख्मी हो गया।
दरअसल, बडगाम में 15 अगस्त को ग्रेनेड हमला हुआ था। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, कश्मीर जोन पुलिस ने शनिवार को ट्वीट किया, ''बडगाम पुलिस ने 15 अगस्त को गोपालपुरा में हुए ग्रेनेड हमले की गुत्थी सुलझा ली है। लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों साहिल वानी और अल्ताफ फारूक आमिर को गिरफ्तार किया गया है। आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन को जब्त कर लिया गया है। जांच जारी है।''
उन्होंने आगे कहा कि मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि स्कूटी पर सवार दो संदिग्ध व्यक्ति ग्रेनेड फेंकने की वारदात में शामिल थे। अधिकारी ने कहा कि कई संदिग्धों से पूछताछ की गई और जांच के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि तंगनार क्रालपोपरा चदूरा का रहने वाला साहिल अहमद वानी हमले में शामिल था।
उन्होंने कहा कि वानी को गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने और मुख्य साजिशकर्ता अल्ताफ फारूक उर्फ अमीर ने वारदात को अंजाम दिया था। अधिकारी ने कहा कि इसके बाद छापेमारी कर फारूक को गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि समाज में भय पैदा करने के लिए लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) के इशारे पर इस वारदात को अंजाम दिया गया था। दरअसल, 15 अगस्त, 2022 को आतंकवादियों ने बडगाम जिले के गोपालपुरा चदूरा में एक ग्रेनेड फेंका था, जिसमें कृष्ण कुमार नामक व्यक्ति घायल हो गया था।
LoC के पास बारूदी सुरंग विस्फोट, सैनिक घायल
इस बीच, राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास शनिवार को एक बारूदी सुरंग विस्फोट में एक सैनिक घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि नौशेरा में सैनिकों का एक समूह इलाके में गश्त कर रहा था, तभी अचानक बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया। घायल सैनिक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। घुसपैठ रोधी बाधा प्रणाली के हिस्से के रूप में इन क्षेत्रों में बारूदी सुरंगें बनाई गई हैं जो कभी-कभी बारिश के कारण बहने लगती हैं और परिणामस्वरूप इस प्रकार की दुर्घटनाएं होती हैं।