- जम्मू कश्मीर में भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या
- 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली है
- कई महीनों से आतंकियों के निशाने पर हैं बीजेपी नेता
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने तीन स्थानीय भाजपा नेताओं पर गोलियां चला दीं। कुलगाम पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पीड़ित फिदा हुसैन, उमर हजाम और उमर राशिद बेग हमले में बच नहीं पाए। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया, 'आतंकवादियों ने आज कुलगाम के वाईके पोरा में फिदा हुसैन याटू, उमर रशीद बेग और उमर रमजान हजाम के रूप में पहचाने गए तीन भाजपा कार्यकर्ताओं पर गोलीबारी की। उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने इस संबंध में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जांच जारी है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और इलाके में तलाशी चल रही है। द रेसिसटेंस फ्रंट (TRF) ने इन हत्याओं की जिम्मेदार ली है। इसे लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा समूह माना जाता है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अंग्रेजी और हिंदी में एक संदेश में टीआरएफ ने कहा कि परिणाम भयानक होंगे। श्मशान घाट ओवरबुक हो जाएगा।
जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर बीजेपी फिदा हुसैन (BJYM डिस्ट्रिक्ट जनरल सेकेट्ररी कुलगाम), उमर रशीद बेग (BJYM डिस्ट्रिक्ट एग्जीक्यूटिव मेंबर कुलगाम), उमर (BJYM डिस्ट्रिक्ट जनरल सेकेट्ररी कुलगाम) पर हुए इस बर्बर आतंकी हमले की कड़ी निंदा करती है। जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा, 'मैं हमारे 3 युवा कार्यकर्ताओं की हत्या की निंदा करता हूं। वे J-K में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उज्ज्वल युवा थे। दुख के इस समय में उनके परिवार के साथ मेरे विचार हैं। उनकी आत्मा को शांति प्राप्त हो।'
हमले की निंदा करते हुए भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने आईएएनएस को बताया कि आतंकवादियों ने एक मुबारक रात में हमले को अंजाम दिया जब दुनिया भर के मुसलमान प्रार्थना कर रहे थे। घटना बेहद निंदनीय है।
जून के बाद से आतंकवादियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर हमले तेज कर दिए हैं, जिनमें से आठ अब तक मारे गए हैं। जुलाई में बांदीपोरा में इसी तरह के एक हमले में एक भाजपा नेता, उनके पिता और भाई की हत्या कर दी गई थी।