जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन चार लेन की सुरंग का एक हिस्सा गुरुवार की रात ढह गया। बचाव व राहत कार्य जारी रहा। सभी 10 शवों को निकाला जा चुका है। रामबन डीसी मुसरत इस्लाम ने कहा कि सभी 10 शव बरामद कर लिए गए हैं और परिवारों को सूचित कर दिया गया है। 10 में से पांच शव पश्चिम बंगाल के हैं। एक असम, दो नेपाल और दो स्थानीय थे। यह ऑपरेशन पूरा हो गया है। शव अस्पताल ले जाए गए। लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। रामबन एसएसपी मोहिता शर्मा ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। कंपनी मुआवजा देगी।
नायब तहसीलदार जावेद ने शनिवार सुबह कहा कि हमने भूस्खलन स्थल पर मलबा हटाने का काम फिर से शुरू कर दिया है। काम को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए मशीनरी व तकनीकी कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है।
क्षेत्र में भूस्खलन होने के बाद शुक्रवार शाम को तलाश एवं बचाव अभियान रोक दिया गया था। मजदूरों के जीवित होने की संभावना बेहद कम है। तीन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया था। शुक्रवार शाम को भूस्खलन के दौरान रामसू पुलिस थाने के प्रभारी नईमुल हल सहित 15 बचावकर्मी बाल बाल बचे। घटना के बाद बचाव अभियान को रोक दिया गया था। पहाड़ी से पत्थर गिरने, भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण अभियान बंद रहा और इसे सुबह ही प्रारंभ किया जा सका।
नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी कर रहे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी गई।उन्हें बताया गया कि बीच-बीच में पत्थर गिरने के चलते बचाव अभियान में बाधा आ रही है।