- आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में सरकारी कर्मचारी राहुल भट को उसके कार्यालय में गोली मारी
- घायल राहुल भट को अस्पताल में भर्ती कराया गया
- इलाज के दौरान उनका निधन हो गया
जम्मू-कश्मीर के बडगाम इलाके में आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित पर गोलियां चलाईं। राहुल भट के रूप में पहचाने जाने वाले कश्मीरी पंडित को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी जान चली गई। ये कायरतापूर्ण घटना बडगाम के चदूरा से सामने आई। कश्मीर पुलिस को संदेह है कि हमले में दो आतंकवादी शामिल थे।
सरकारी कर्मचारी भट को उस समय गोली मार दी गई जब वह चदूरा इलाके में अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। राहुल भट्ट तहसीलदार कार्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे। आतंकवादियों ने चदूरा में तहसील कार्यालय में घुसकर राहुल भट को गोली मार दी।
कश्मीर पुलिस ने बताया कि घायल को तुरंत इलाज के लिए श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल लाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि 2 आतंकवादी इस जघन्य अपराध में शामिल हैं और उन्होंने इस अपराध को करने के लिए पिस्तौल का इस्तेमाल किया है। कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया कि तहसीलदार कार्यालय चदूरा बडगाम में आतंकवादियों ने अल्पसंख्यक समुदाय के एक कर्मचारी श्री राहुल भट पर गोलियां चलाईं।
मृतक राहुल भट के पिता ने कहा कि ऑफिस के अंदर मारा जाना कोई सामान्य बात नहीं है। इसका मतलब है कि ये हत्या जानबूझकर की गई थी। जांच होनी चाहिए...वह एक मददगार व्यक्ति था। वह अपने पीछे पत्नी और 7 साल की बेटी को छोड़ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और NC नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि मैं राहुल भट पर जानलेवा आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं। राहुल चदूरा में तहसील कार्यालय में कार्यरत एक सरकारी कर्मचारी थे जहां उन पर हमला किया गया। लक्षित हत्याएं जारी हैं और भय की भावना अनियंत्रित हो जाती है। राहुल के परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। RIP।
कश्मीरी पंडित एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर, शोपियां में कश्मीरी पंडित को मारी गोली
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मैं बडगाम में आतंकवादियों द्वारा राहुल भट की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। इस घिनौने आतंकी हमले के पीछे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। इस दुख की घड़ी में जम्मू-कश्मीर सरकार शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है।