- जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के अभियान में रोजाना मारे जा रहे आतंकवादी
- सोमवार को डोडा में मारे गए तीन आतंकवादी, यह जिला आतंक से मुक्त
- सुरक्षाबलों के ऑपरेशन ने आतंकियों की कमर तोड़ दी है, कमांडर हुए ढेर
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के सफाए का दौर जारी है। आतंकवाद विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है। सुरक्षाबलों ने मंगलवार को अनंतनाग के वघामा इलाके में हुए मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया। कश्मीर जोन की पुलिस ने कहा कि 'तलाशी अभियान जारी है।' जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, 'वघामा बिजबेहड़ा इलाके में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं। इन आतंकवादियों ने बिजबेहड़ा में तीन दिन पहले सीआरपीएफ के एक जवान और पांच साल के एक बच्चे की हत्या की थी। इन दोनों आतंकियों को मार दिया गया है।'
डोडा में मारे गए तीन आतंकवादी
आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाभलों का अभियान घाटी में लगातार जारी है। हाल के दिनों में सुरक्षाबलों के हाथों बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए हैं। सुरक्षाबलों ने एक दिन पहले डोडा में तीन आतंकियों को मार गिराया। इस अभियान में हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर मसूद भी मारा गया। इस कार्रवाई के बाद डोडा जिले को 'आतंकियों से मुक्त' करार दिया गया।
आतंकवाद मुक्त क्षेत्र बना डोडा
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘अनंतनाग के खुल चोहार में अनंतनाग पुलिस ने 19 आरआर सीआरपीएफ के साथ मिलकर लश्कर के दो आतंकवादियों और हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर मसूद को ढेर कर दिया। डोडा जिला अब पूरी तरह आतंकवाद मुक्त क्षेत्र बन गया है क्योंकि मसूद वहां सक्रिय आखिरी आतंकवादी था।’ प्रवक्ता ने कहा कि डोडा का रहने वाला मसूद जिले में बालात्कार के एक मामले में आरोपी था और तभी से फरार था। उन्होंने कहा, ‘बाद में वह हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया और कश्मीर से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने लगा।’
सेना के ऑपरेशन में मारे गए आतंकी
सेना के ऑपरेशन 'ऑल आउट' ने घाटी में आतंकवादियों की कमर तोड़ दी है। कश्मीर में आतंकी संगठनों के शीर्ष कमांडर ढेर कर दिए गए हैं। इनमें हिज्बुल का कमांडर रियाज नाइकू भी शामिल है। नाइकू का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता है। नाइकू लंबे समय से घाटी में सक्रिय था और वह कई आतंकी एवं अपराध की घटनाओं में शामिल था। सुरक्षाबलों को उसकी तलाश लंबे समय से थी।