Janmashtami 2022: हिंदू धर्म के देवी-देवताओं में जितने अनोखे भगवान श्रीकृष्ण और राधा हैं, उतने ही अलहदा उनके चाहने, मानने और पूजने वाले और उनकी लीलाएं भी हैं। आम ही नहीं बल्कि खास वर्ग से भी...सियासत हो या फिर सिनेमा, सड़क से संसद तक रुतबा और रसूख रखने वाले नामचीन चेहरे इन दोनों की भक्ति के आगे कई बार नतमस्तक नजर आए। इनमें बिहार कैबिनेट के मंत्री तेज प्रताप यादव से लेकर बॉलीवुड की ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी और कवि से राजनीति के मैदान में छलांग लगा वापस लौट जाने वाले कवि कुमार विश्वास तक का नाम है। यही नहीं, नौकरशाहों की जमात से भी कुछ बड़ी शख्सियतें रहीं, जिन्होंने कृष्ण-राधा की भक्ति के लिए अपना रंग-रूप और औरा तक बदल लिया। आइए, जानते हैं कि आखिर किन-किन नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के रोम-रोम में भगवान कृष्ण और राधा बसते हैं या फिर इन दोनों से उनका बेहद ही खासा नाता है।
तेज प्रताप यादव
पॉलिटिक्स में अगर कृष्ण भक्तों की बात करें तो सबसे पहले, ताजा, युवा और प्रांसगिक नाम लालू यादव के बड़े बेटे तेज का आता है। वह भगवान कृष्ण के लंबे समय से उपासक माने जाते हैं। समय दर समय वह न केवल उनकी भक्ति में लीन होते हैं, बल्कि कई मौकों और महोत्सवों (जन्माष्टमी) पर वह माधव का रूप धारण कर लेते हैं। कभी बंसी बजाते हैं तो कभी सांकेतिक तौर पर गोपियों संग रास भी रचा चुके हैं। यही नहीं, वह खुद को पूर्व में अर्जुन (छोटे भाई तेजस्वी) का कृष्ण भी बता चुके हैं। वह कृष्ण के मेक-अप, गेट अप और पूजा-पाठ से जुड़े फोटो-वीडियो भी सोशल मीडिया पर अक्सर डालते रहते हैं।
हेमा मालिनी
उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद और बॉलीवुड में ड्रीम गर्ल के तौर पर जानी जाने वाली अदाकारा हेमा मालिनी भी खुद को कृष्ण भक्त बताती आई हैं। उन्होंने तो यह तक कहा था कि अगर उन्हें मथुरा से मौका न मिला होता तो शायद वह चुनाव भी न लड़तीं। उनका मकसद कृष्ण और ब्रज के लोगों की सेवा है। मथुरा के लिए उनका यह सपना भी रहा कि वहां भगवान कृष्ण को लेकर एक थीम पार्क का निर्माण हो। जन्माष्टमी पर वह इस्कॉन मंदिर के कार्यक्रमों में प्रस्तुतियां भी दे चुकी हैं। मालिनी के मुताबिक, कृष्ण कण-कण में हैं। वह चारों ओर हैं। ऐसे में आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि वह मेरे नृत्य में भी सर्वव्यापी हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने वरदान मांगते हुए कभी कहा था कि आखिरी घड़ी में भी उनके सामने बस कृष्ण की छवि आ जाए।
योगी आदित्यनाथ
ईश्वर में अटूट आस्था रखने वाली यूपी के मुख्यमंत्री और सूबे में हार्डकोर हिंदुत्व के पोस्टरबॉय माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ भी कृष्ण को खूब मानते हैं। सियासी जानकारों की मानें तो कभी वह मथुरा से चुनाव लड़ना चाहते थे। बीजेपी सांसद हरनाथ यादव को सपना आया था कि भगवान कृष्ण ने उन्हें योगी आदित्यनाथ के मथुरा से चुनाव लड़ने की प्रेरणा दी थी। कृष्ण की नगरी में उन्होंने मांस और शराब की बिक्री पर बंद का ऐलान तक किया था।
अखिलेश यादव
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के चीफ अखिलेश यादव भी कृष्ण को मानने वाले राजनेताओं में से गिने जाते हैं। उन्होंने तो यह तक दावा किया था कि उनके सपने में हर रोज मुरारी आते हैं और कहते हैं वही सपा की सरकार बनवाएंगे। अखिलेश ने पत्रकारों के सामने बयान दिया था- रात में सपने में आए थे...भगवान कृष्ण। कह रहे थे कि आपकी सरकार बनने वाली है। वह एक बार नहीं आए...हर दिन आते हैं।
ये IAS-IPS भी कृष्ण-राधा भक्ति में खोए
कृष्ण और राधा की भक्ति में न सिर्फ राजनेता बल्कि सिविल सेवाओं की परीक्षा पास कर आईएएस और आईपीएस अफसर बने कुछ नौकरशाह भी डूबे दिखे हैं। ब्यूरोक्रेसी की दुनिया से ताल्लुक रखने वालों में ऐसा ही एक नाम आईपीएस डीके पांडा का है, जिन्होंने कृष्ण भक्ति में लीन होकर सबको चौंका दिया था। मूल रूप से ओडिश के रहने वाले 1971 बैच के आईपीएस ने साल 2005 में ऐलान किया था कि वह राधा हैं। उन्होंने दावा किया था कि कृष्ण ने सपने में आकर उन्हें बताया था कि वह उनकी राधा हैं। रोचक बात यह थी की वह पुरुष होने के बाद स्त्रियों वाले कपड़े पहनने और श्रृंगार (चूड़ी, बिंदी, मेहंदी, बालियां, नथ, आभूषण और सिंदूर आदि) करने लगे थे। हरियाणा की आईपीएस भारती अरोड़ा ने कृष्ण भक्ति के लिए वीआरएस के लिए आवेदन दे दिया था। वह अपना शेष जीवन कृष्ण की भक्ति में लगाना चाहती हैं। अरोड़ा के अलावा 1997 बैच की आईएएस अफसर राखी गुप्ता भी भजन रिकॉर्ड करना पसंद करती हैं और खुद को कृष्ण की भक्त बताती आई हैं।