- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एचआरडी मंत्री निशंक ने छात्रों से की बात
- केंद्रीय मंत्री ने छात्रों से सेल्फ स्टडी करने के लिए कहा, सहयोग के लिए धन्यवाद दिया
- निशंक ने कहा कि छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है, सरकार उनके साथ है
नई दिल्ली: केंद्रीय मानव एवं संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक कोविड-19 संकट की वजह से देश के शिक्षा व्यवस्था एवं प्रतियोगी परीक्षाओं पर उभरी समस्या पर अपनी बात रखी। केंद्रीय मंत्री इस संकट के बीच छात्रों के सामने आगामी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें इसकी एक रूपरेखा भी रखी। कोरोना संकटकाल के दौरान छात्रों के मन में उठ रहे सवालों का केंद्रीय मंत्री ने जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं को लेकर छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है। शिक्षा पोर्टल पर 80 हजार से ज्यादा सामग्री मौजूद है और छात्र इसका लाभ उठा सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जुलाई 18 से 23 के बीच JEE मेन की परीक्षा, 26 जुलाई को NEET एग्जाम होगा।
वेबीनॉर के जरिए देश भर के छात्रों से जुड़े एचआरडी मंत्री ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में कोविड-19 की स्थिति बाहर में बेहतर है। केंद्रीय मंत्री ने कोरोना वायरस से जंग में छात्रों एवं अध्यापकों को अपना योगदान करने के लिए उनके प्रति कृतज्ञता जाहिर की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खतरे को देखते हुए कोचिंग सेंटर्स को चलने की इजाजत नहीं दी गई है। हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की जरूरत है। इससे पढ़ाई का नुकसान हुआ है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। छात्र सेल्फ स्टडी से इसकी भरपाई कर सकते हैं। निशंक ने कहा कि अगले कुछ दिनों में सीबीएसई बोर्ड अपनी परीक्षाओं की घोषणा अगले एक या दो दिन में करेगा।
निशंक ने कहा, 'हमें इस बात की खुशी हो रही है कि छात्र एवं अभिभावक हमसे जुड़े हैं। कोविड-19 की वजह से छात्रों को अकेडमिक कलैंडर का नुकसान न हो इसके लिए सीबीएसई ने छात्रों को प्रमोट करने का फैसला किया है।'