- जेएनयू कैंपस में हिंसा की क्राइम ब्रांच कर रही हैं जांच
- पोस्टर जारी कर जानकारी साझा करने की अपील
- हिंसा और सियासत के बीच सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा
नई दिल्ली। जेएनयू कैंपस में नकाबपोशों द्वारा की गयी हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। क्राइम ब्रांच की तरफ से पोस्टर जारी करने के साथ ही छात्रों और लोगों से वीडियो फुटेज शेयर करने की अपील की गई है। इन सबके बीच शिक्षक संघ की तरफ से अपील हुई है। ये बात अलग है कि कैंपस में हिंसा के संबंध में सियासत भी जारी है। कांग्रेस की जांच कमेटी ने विश्वविद्यालय का दौरा किया था।
शिक्षक संगठन के प्रोफेसर अश्विनी मोहापात्रा ने कहा कि वो कैंपस से हालात सामान्य करने का आह्वान हर किसी से करते हैं। संगठन का मानना है कि ऐसे छात्र जो आने वाले सेमेस्टर के लिए अपना पंजीकरण करा रहे हैं उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। इसके साथ ही जो लोग विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं उनसे सख्ती से निपटना चाहिए।
इससे पहले जेएनयू के वीसी एम जगदीश कुमार ने मंगलवार को कहा था कि कैंपस की खासियत किसी भी विषय पर वाद विवाद के जरिए समस्या के समाधान की रही है। लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में हिंसा हुई है उसे भूलकर अब आगे बढ़ने की जरूरत है, जो छात्र सेमेस्टर के लिए पंजीकरण कराना चाहता हैं उनके लिए समय सीमा 12 जनवरी तक बढ़ा दी गई है।