नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) और ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'चुनाव के बाद बहुत ही निर्दयता से हमारी बंगाल की जनता की जो हत्याएं हुई हैं, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। हम ऐसे लोगों के साथ खड़े हैं, जिनके साथ ये घटनाएं हुई हैं। यह देखकर हमें विभाजन के दिन याद आ गए। जिस तरह से नरसंहार हुआ, हत्याएं हुई और पूरे 36 घंटे ममता बनर्जी चुप रही। यह उनकी भागीदारी को बताता है। उनके (ममता बनर्जी) तीसरे कार्यकाल की शुरूआत उनके हाथ में लगे हुए खून के साथ हुई है।'
नड्डा ने कहा कि भाजपा सभी कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है। हम ये लड़ाई बंगाल की जनता के लिए निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे। बंगाल में हर व्यक्ति इज्जत के साथ, निर्भय होकर रहे यह भाजपा का लक्ष्य है, इसे हम पूरा करेंगे।
भाजपा के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया: नड्डा
उन्होंने कहा, 'बंगाल की ये घटनाएं मुझे विभाजन के समय की याद दिलाती हैं। यह मुझे 16 अगस्त, 1946 की याद दिलाता है, वो डायरेक्ट एक्शन डे था। 2 मई की दोपहर के बाद की घटनाएं समान हैं और 'खेला होबे' दिवस की तरह हैं। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया और उन पर और उनके परिवारों पर हमला किया।
लक्ष्य विशेष रूप से महिलाएं रही हैं। छेड़छाड़ और बलात्कार के मामले बड़े पैमाने पर हुए हैं। हम चुनाव के प्रचार में जब कहते थे कि बंगाल में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं, तो हम सही थे। बंगाल में पहले लोगों पर हमला, फिर परिवारों पर हमला, फिर महिलाओं पर अटैक और उसके बाद लूटपाट हमें देखने को मिलती है।'
ये लड़ाई निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे: नड्डा
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि गांवों में तोड़फोड़ की गई है। लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए अपने गांवों को छोड़ना पड़ा है। कुछ लोगों को असम में शरण लेनी पड़ी। ईस्ट कैनिंग जैसे क्षेत्रों में इन लोगों को पिछले साल अम्फान (तूफान) से पीड़ित होना पड़ा था और इस साल वे ममता-फान से पीड़ित हैं। बंगाल में हुई इन घटनाओं में जिन लोगों की जान गई है, उनकी संख्या अब तक 14 हो गई है। हम कहना चाहते हैं कि भाजपा हर एक कार्यकर्ता के साथ खड़ी है। हम ये लड़ाई बंगाल की सारी जनता के लिए निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे।