- धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में लखनऊ में केस हुआ है
- फिल्म के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था
- सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोगों का पोस्टर के खिलाफ विरोध
फिल्म काली के पोस्टर से जुड़ा विवाद मंगलवार (पांच जुलाई, 2022) को और भी गर्मा गया। दिल्ली और यूपी में मूवी के पोस्टर को लेकर एफआईआर दर्ज हुई हैं।
दिल्ली पुलिस के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट ने 'काली' फिल्म से जुड़े एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
इस बीच, यूपी पुलिस ने भी ऐक्शन लिया है। सूबे में हिंदू देवताओं के अपमानजनक चित्रण के लिए फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जान-बूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में केस हुआ है। सूबे में लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा हुआ है।
भगवान के अपमान पर हो सख्त एक्शन- बोले धर्मगुरुः टाइम्स नाउ संवाददाता ने इस बाबत जब यूपी में कुछ धर्मगुरुओं से इस मसले पर राय जानना चाही तो उन्होंने एक सुर में कहा- किसी भी धर्म, उनके भगवान, इष्ट, पूजनीय या आराध्य का अगर किसी भी तरह से अपमान किया जाता है, तब निश्चित तौर पर उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। चूंकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी फिल्मों में कई धर्म और उनके भगवानों की छवि को धूमिल करने के आरोप लगते रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?: दरअसल, काली नाम की डॉक्यूमेंट्री के पोस्टर में हिंदू देवी के फिल्मी पात्र को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया था। पोस्टर का फोटो सामने आने के बाद यह आग की तरह वायरल होने लगा। सोशल मीडिया से सड़क तक एक वर्ग इसके खिलाफ रोष जाहिर कर विरोध जताने लगा।