- ग्वालियर के डबरा से बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी पर कमलनाथ ने की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
- मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को रखा था मौन व्रत
- बवाल बढ़ने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने जताया था खेद
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी उम्मीदवार को आइटम बताना दो वजहों से भारी पड़ा। पहला तो मध्य प्रदेश के सीएम ने इसे मुद्दा बनाते हुए सोमवार को दो घंटे का मौन रखा और मौन तोड़ने के बाद कहा कि कमलनाथ जी कि तो सूबे की महिलाओं के प्रति सोच है। कमलनाथ के इस तरह के बयान पर इमरती देवी ने दलित महिलाओं का अपमान करार दिया। अब उपचुनाव में किसी तरह का नुकसान न हो इसके लिए कमलनाथ ने कहा कि अगर उनके बयान से किसी की भावना आहत हुई तो उन्हें खेद है। लेकिन राहुल गांधी ने भी उन्हें नसीहत दी है।
कमलनाथ से राहुल गांधी नाराज, जताई नाराजगी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम की "आइटम" टिप्पणी पर कहा कि कि कमलनाथ जी मेरी पार्टी के हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से, मुझे उस प्रकार की भाषा पसंद नहीं है जिसका उन्होंने इस्तेमाल किया ... मैं इसकी सराहना नहीं करता, चाहे वह कोई भी हो। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी शख्स को जो सार्वजनिक जीवन में हो या किसी बड़े ओहदे पर रह चुका हो उससे अपेक्षा की जाती है कि उसकी भाषा सभ्य होगी।
कमलनाथ के बयान पर महिला आयोग भी सख्त
राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि यह बहुत ही निराशाजनक है और बाद में, उन्होंने कहा कि वह एक सूची से पढ़ रहा था, मैं उससे पूछना चाहता हूं, उसी सूची में वह कहां खड़ा था? वह कौन सी वस्तु थी? आखिर उन्हें बताना चाहिए। यह उनके (कमलनाथ) के लिए अपमानजनक है। यह व्यक्ति के चरित्र को दर्शाता है। सॉरी बोलने के बजाय, वह एक बेकार स्पष्टीकरण दे रहा है। उनकी पार्टी को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए: