Kanpur violence : कानपुर हिंसा की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। इस हिंसा मामले का मुख्य आरोपी जफर हयात ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि हिंसा के लिए भीड़ उन्नाव से बुलाई गई थी। इन उपद्रवियों के लिए बिरयानी की व्यवस्था और हिंसा की फंडिंग बिरयानी की एक दुकान से हुई थी। बता दें कि हिंसा मामले में गठित एसआईटी जफर से पूछताछ कर रही है। हयात से पूछताछ के बाद सीडीआर से कुछ मोबाइल नंबर भी निकाल गए हैं। पुलिस इन पर भी अपना शिकंजा कसेगी।
गत 3 जून को कानपुर में उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। यहां पत्थरबाजी और देसी बम से हमले हुए। हयात के बयान से जाहिर हो गया है कि हिंसा के लिए पहले से साजिश रची गई और इसे सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया।
पुलिस रिमांड पर है हयात
हिंसा मामले में पुलिस ने गत शनिवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि हिंसा में निजाम कुरैशी ने भी भूमिका निभाई है। इसके पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक कुरैशी हिंसा मामले के अन्य आरोपियों हयात जफर एवं हाफिज फैसल जाफरी के साथ देखा जाता था। बता दें कि हयात सहित अन्य आरोपी 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं।
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दुकानें बंद कराने को लेकर दो पक्षों के बीच हुआ संघर्ष
पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा की पूर्व नेता नुपूर शर्मा के आपत्तिजनक बयान के खिलाफ कानपुर में विरोध प्रदर्शन हुआ। एक समुदाय के लोग इलाके में दुकानों को बंद कराने के लिए पहुंचे थे। फिर यहां दोनों पक्षों में संघर्ष शुरू हो गया। यहां हुई हिंसा में दो लोग एवं पुलिसकर्मी घायल हुए।