नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कपिल मिश्रा ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की मौत के लिए एक बार फिर आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन को जिम्मेदार ठहराया है। मिश्रा का आरोप है कि खुफिया अधिकारी की गुमशुदगी और हत्या के पीछे पार्षद ताहिर का हाथ है। बता दें कि खजूरी खास इलाके में रहने वाले शर्मा मंगलवार शाम से लापता थे और एक दिन बाद उनकी लाश बुधवार को चांद बाग के एक नाले से बरामद हुई। लाश शर्मा की लाश बरामद होने के बाद से ही कपिल मिश्रा आप पार्षद और उनकी भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।
कपिल शर्मा ने गुरुवार को अपने एक ट्वीट में अंकित शर्मा की मौत के लिए ताहिर हुसैन को जिम्मेदार ठहराया। मिश्रा का आरोप है कि हुसैन के लोग अंकित शर्मा और चार अन्य लड़कों को घसीट कर ले गए और इनमें से तीन की लाश मिल चुकी है। मिश्रा ने कहा, 'वीडियो में खुद ताहिर हुसैन नकाबपोश लड़कों के साथ, लाठी, पत्थर, गोलियां और पेट्रोल बम लेकर दिख रहा है।'
शर्मा के परिवार ने भी हुसैन पर लगाया है आरोप
अंकित शर्मा के पिता रविंदर शर्मा खुद दिल्ली पुलिस में काम करते हैं। उन्होंने भी अपने बेटे की मौत के लिए ताहिर हुसैन को जिम्मेदार ठहराया है। हुसैन मुस्तफाबाद के नेहरू विहार इलाके से पार्षद हैं। रविंद शर्मा का कहना है कि 'मेरा बेटा ड्यूटी से लौटा था। तभी ताहिर की इमारत से करीब 15-20 लोग आए और कुछ अन्य लड़कों के साथ उसे ले गए। लोग जब उन्हें छुड़ाने गए तो उन पर फायरिंग हुई और उन पर पेट्रोल बम फेंके गए।' वहीं, कुछ लोगों ने आशंका जताई है कि अंकित शर्मा की मौत पत्थरबाजी में घायल होने से हुई होगी।
हुसैन ने दी सफाई
मिश्रा के दावे और आरोपों के बाद हुसैन ने भी अपनी सफाई पेश की है। हुसैन ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर दावा किया कि वह खुद हिंसा का शिकार बने और दो दिन पहले पुलिस ने उन्हें भीड़ से बचाकर निकाला। हुसैन का दावा है कि भीड़ ने उनके घर पर भी हमला किया।
हिंसा में दूसरे सुरक्षाकर्मी की मौत
दिल्ली हिंसा में सुरक्षाकर्मी की यह दूसरी मौत है। इससे पहले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो चुकी है। हिंसा के दौरान पत्थरबाजी के दौरान रतन लाल घायल हुए थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। केंद्र और दिल्ली सरकार ने रतन लाल के परिवार को एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रतन लाल के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी वादा किया है।
डोभाल ने संभाली कमान
उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए समर्थकों एवं विरोधियों के बीच हिंसा में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति बहाली की जिम्मेदारी अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने संभाल ली है। वह दो बार मंगलवार रात और बुधवार शाम को मौजपुर सहित हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर चुके हैं। डोभाल के दौरे के बाद से दिल्ली में हालात तेजी के साथ सुधरे हैं। एनएसए ने लोगों को भरोसा दिया है कि पुलिस उनकी सुरक्षा करेगी।