नई दिल्ली: कहते हैं राजनेताओं में अब वो पहले वाली बात नहीं रह गई है जैसे पहले नेताओं में अपनी पार्टी और जनता के प्रति निष्ठा होती थी लेकिन वो भावना अब धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है और राजनेता अपने हितों के हिसाब से पार्टी छोड़ने और ज्वाइन करने जैसे कदम उठाते हैं, ताजा मामला कांग्रेस को अलविदा कहने वाले कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) का और कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन करने वाले जितिन प्रसाद (Jitin Prasad) का है।
करीब 30 साल का कांग्रेस से साथ और पिछले 2 साल से लगातार गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले वरिष्ठ राजनीतिज्ञ कपिल सिब्बल ने कांग्रेस को अलविदा कर दिया है। सिब्बल ने यह इस्तीफा बीते 16 मई को दिया। इस्तीफे की टाइमिंग देखकर यह समझा जा सकता है। उदयपुर में हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद सिब्ब्ल और गांधी परिवार के बीच कमजोर डोर टूट गई और वह भी उन नेताओं की लिस्ट में शामिल हो गए, जो कभी कांग्रेस के मजबूत स्तंभ हुआ करते थे।
तो इसलिए सिब्बल ने छोड़ी कांग्रेस, 'घर की कांग्रेस' पर मचा था बवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बुधवार को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन किया, इसके बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन करने वाले जितिन प्रसाद जो अब उत्तर प्रदेश सरकार में कद्दावर मंत्री भी हैं उन्होंने कपिल सिब्बल पर तंज कसा है। गौर हो कि बीजेपी से जुड़ने पर उस वक्त कपिल सिब्बल ने जितिन पर तंज कसा था, अब एक साल बाद जितिन प्रसाद ने पलटवार किया है।
साल 2021 में जब जितिन प्रसाद ने बीजेपी ज्वाइन किया था तब सिब्बल ने जितिन प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनका बीजेपी का दामन थामना 'प्रसाद की राजनीति' है।
कपिल सिब्बल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है
गौर हो कि कपिल सिब्बल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है सिब्बल ने कहा है कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा के लिए नामांकन किया है। बता दें कि बीते कुछ दिनों से सियासी गलियारे में चर्चा था कि सपा के टिकट पर वह राज्यसभा भेजे जा सकते हैं।
सिब्बल के नामांकन के वक्त अखिलेश यादव रहे मौजूद
सिब्बल के नामांकन पर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की तरफ से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल को राज्यसभा की सदस्यता के लिए नामंकन किया गया। वे समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा जा रहे हैं ये पहला नामांकन हुआ है। राज्यसभा के लिए दो अन्य लोगों के नाम बहुत जल्द घोषित हो जाएंगे नामांकन के समय सपा नेता राम गोपाल यादव भी मौजूद थे।सिब्बल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में राज्यसभा के लिए नामांकन किया।