- करतारपुर साहिब गुरुद्वारा 17 नवंबर से दोबारा खोला जाएगा।
- कई सिख संगठनों ने की थी मांग, 19 नवंबर को है गुरुपरब
- पंजाब कांग्रेस के साथ साथ पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने भी की थी मांग
17 नवंबर से दोबारा खोला जाएगा श्री करतारपुर साहिब गलियारा। इस संबंध में खुद गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया। कांग्रेस की पंजाब के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को केंद्र से अनुरोध किया कि 19 नवंबर को गुरपरब से पहले श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियारा फिर से खोला जाए।
19नवंबर को है गुरुपरब
करतारपुर गलियारा पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से जोड़ता है।गुरू नानक देव की जयंती के मौके पर मनाया जाने वाला गुरपरब इस वर्ष 19 नवंबर को है।कोविड-19 के प्रकोप के कारण करतारपुर साहिब गुरुद्वारे तक तीर्थयात्रा मार्च 2020 में निलंबित कर दी गई थी।सिद्धू ने मंगलवार को ट्विटर पर भारत सरकार से करतारपुर गलियारा खोलने और इसी दिन तीन विवादित केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की।
पंजाब कांग्रेस ने की थी मांग
‘मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि करतारपुर गलियारे को फिर से खोला जाए और श्री गुरू नानक के गुरपरब पर तीन कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए। यह गुरू के शांति, सद्भाव और भाइचारे के संदेश को दर्शाने और दोहराने का दिन है।’’सिद्धू एक दिन पहले गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा गए थे और उन्होंने करतारपुर गलियारा पुन: खोले जाने के लिए प्रार्थना की।
अमरिंदर सिंह ने भी की थी मांग
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करतारपुर गलियारा फिर से खोलने का अनुरोध किया है।मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध करता हूं कि 19 नवंबर को गुरू नानक देव जी की जयंती से पहले करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया जाए ताकि लोग इस पवित्र मौके पर इस पावन स्थल पर मत्था टेक सकें।’’पंजाब के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी 14 नवंबर को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी और गुरपरब से पहले करतारपुर गलियारे को फिर से खोलने का अनुरोध किया था।