- कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी
- कश्मीर घाटी बर्फ की सफेद चादर से लिपटी
- कई स्थानों पर सड़कों के अवरूध होने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है
नई दिल्ली: कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। इस बर्फबारी से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। घाटी के मैदानों में जमीन पर 2 फीट से ज्यादा बर्फ जम गई है, जबकि जम्मू और कश्मीर के उंचे इलाकों में पिछले 48 घंटों के दौरान हुई बर्फबारी से 4 फीट बर्फ जम गई है। इस बीच जवानों की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसमें वो आम लोगों की मदद कर रहे हैं।
ऐसे ही कुपवाड़ा के करालपुरा में सेना के जवान एक गर्भवती महिला को उसके घर से मुख्य सड़क तक खाट पर लेकर जाते हैं। 5 जनवरी को जवान लगभग 2 किलोमीटर तक बर्फ में पैदल चल गर्भवती महिला को सड़क तक लाते हैं। इसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने बाद में एक लड़के को जन्म दिया।
सामने आईं तस्वीरों में देखा जा सकता है कि जवान कितने मुश्किल हालातों में महिला को खाट पर लेकर जा रहे हैं। चारों तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। जवानों के घुटनों तक बर्फ है। तस्वीरों को देखकर समझा जा सकता है कि जवान काफी मुश्किलों के साथ महिला को लेकर गए होंगे।
प्रशासन गर्भवती महिलाओं, मरीजों की मदद के लिए आगे आया
प्रशासन ने कई गर्भवती महिलाओं और मरीजों को अस्पताल पहुंचने में मदद की है। प्रशासन ने लोगों को राहत देने के लिए अपने कर्मचारियों और मशीनों को तैनात कर रखा लेकिन 72 घंटे से अधिक समय से लगातार हो रहे हिमपात के कारण बर्फ हटाने का काम बाधित रहा। दक्षिण कश्मीर के इलाकों में भारी हिमपात के चलते मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्थायी स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाना पड़ा। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में एक महिला ने भारी हिमपात के बीच अस्थायी स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाते समय बच्चे को जन्म दिया। अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार दिनों में दो दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकाल कर उन्हें कश्मीर घाटी के विभिन्न इलाकों के अस्पतालों में पहुंचाया गया।
भारी बर्फबारी से सबकुछ प्रभावित
श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग बुधवार को भी लगातार पांचवें दिन बंद रहा। वहीं श्रीनगर हवाई अड्डे से 5 दिन बाद हवाई यात्रा बहाल हुई। घाटी की मुख्य सड़कों को यातायात के लिए खोलने के लिए तेजी से काम चल रहा है। साथ ही अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों का बाहर से संपर्क कटा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति में रुकावट आने से लोगों के लिए मुश्किलें हैं। मौसम कार्यालय ने बताया कि मौसम के 14 जनवरी तक शुष्क रहने की संभावना है।