दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जनता को दी जा रही मुफ्त सुविधाओं को लेकर केंद्र सरकार निशाना साधा। इसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका जवाब दिया। सीतारमण ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मुफ्त स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर विकृत मोड़ दे रहे हैं। यह जनता को डराने के लिए है। हम मुफ्त की सुविधाओं (freebies) पर बहस और चर्चा चाहते हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर हर साल 3.5 लाख करोड़ रुपए समेत भारी मात्रा में टैक्स एकत्र करती है और अभी भी देश के लोगों को मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सुविधाएं प्रदान करने के खिलाफ है। केजरीवाल ने कहा कि अचानक क्या हो गया कि केंद्र सैनिकों को पेंशन देने के लिए भी धन की कमी का हवाला दे रहा है। ऐसा लगता है कि इसकी वित्तीय व्यवस्था कुछ गड़बड़ है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में मुफ्त दी जा रही सरकारी योजनाओं का बचाव करते हुए केंद्र पर निशाना साधा तो बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पलटवार किया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना, केंद्रीय करों में राज्यों की हिस्सेदारी 42% से घटाकर 29% करने, खाद्य पदार्थों पर लगाए गए माल एवं सेवा कर (जीएसटी) और मनरेगा फंड में 25% कटौती का हवाला देते हुए केजरीवाल ने पूछा कि सारा पैसा कहां जा रहा है? साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र ने बेहद अमीर लोगों और उनकी कंपनियों के 10 लाख करोड़ रुपए के कर्ज और 5 लाख करोड़ रुपए के टैक्स माफ कर दिए हैं।