- मंगलवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने 90 मिनट के भीतर तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी
- गुरुवार को अल्पसंख्यक समुदाय के दो शिक्षकों की हत्या की गई
- पिछले पांच दिनों के भीतर घाटी में मारे गए आम नागरिकों की संख्या सात हो गई, जिनमें से चार अल्पसंख्यक समुदाय से थे
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकी आम नागिरकों को निशाना बना रहे हैं। पिछले 48 घंटों में 5 नागरिकों की हत्या की गई है। आज श्रीनगर में 2 शिक्षकों सुपिंदर कौर और दीपक चंद की आतंकवादियों द्वारा हत्या की गई। इस पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि कुछ लोग कश्मीर का विकास नहीं चाहते हैं। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही हिसाब चुकता किया जाएगा। घटना की पूरी जिम्मेदारी हम लेते हैं। आतंकी कश्मीर का माहौल खराब करना चाहते हैं। आतंकी प्रेम और शांति को खत्म करना चाहते हैं। हम संभावित खतरों से निपटने को तैयार हैं। कश्मीर के लोग समभाव में जीते हैं।
आतंकी हमलों पर उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसा कोई विशेष इनपुट नहीं था। यह कश्मीर में बढ़ते पर्यटन और नियोजित औद्योगिक निवेश की पृष्ठभूमि में एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। बेगुनाहों पर लक्षित आतंकी हमले यहां सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश का हिस्सा हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे कि (आतंकवादियों के) प्रयास सफल न हों। ऐसे लोगों (आतंकवादियों) के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट दे दी गई है। जिन लोगों ने ये अपराध किए हैं उन्हें जल्द ही न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
इससे पहले मनोज सिन्हा ने ट्विटर पर कहा कि मैं, हमारे दो शिक्षकों सुपिंदर कौर और दीपक चंद की आतंकवादियों द्वारा की गई नृशंस हत्या की निंदा करता हूं। निर्दोष लोगों पर आतंकी हमले करनेवालों को करारा जवाब दिया जाएगा। आतंकवादी और उनके आका जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने, यहां की प्रगति और समृद्धि में खलल पैदा करने की कोशिश में सफल नहीं होंगे। मृतकों के शोक संतप्त परिवार, मित्रों और सहकर्मियों के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं।