नई दिल्ली : आजाद भारत के इतिहास में 26 नवंबर की खास अहमियत है। दरअसल यही वह दिन है, जब गुलामी की जंजीरों से आजाद होकर अपने स्वतंत्र अस्तित्व को आकार देने का प्रयास कर रहे राष्ट्र ने संविधान को अंगीकार किया था। इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी। इस वजह से इस दिन को 'संविधान दिवस' के तौर पर मनाया जाता है।
हालांकि इस तारीख के साथ कुछ बरस पहले की एक दुखद घटना भी जुड़ी हुई है। 26 नवम्बर, 2008 को मुंबई में देश को दहला देने वाला आतंकवादी हमला हुआ था। देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमले किए थे, जिनमें 166 लोग मारे गए थे और 600 से अधिक घायल हुए थे। ये हमले तीन दिन तक चले थे। इस दौरान नौ हमलावर आतंकवादियों को मार गिराया गया और मुम्बई पुलिस ने एक आतंकवादी कसाब को जिंदा पकड़ लिया, जिसे बाद में फांसी दी गई।
देश-दुनिया के इतिहास में आज की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1859 : चार्ल्स डिकन्स की 'ए टेल ऑफ टू सिटीज' का अंतिम साप्ताहिक अंक साहित्यिक पत्रिका 'ऑल द इयर राउंड' में प्रकाशित हुआ।
1865 : लुइस कैरोल की पुस्तक 'एलिस इन वंडरलैंड' अमेरिका में प्रकाशित।
1919 : भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद् राम शरण शर्मा का जन्म।
1921 : देश में श्वेत क्रांति के जनक माने-जाने वाले वर्गीज कुरियन का जन्म।
1949 : देश में संविधान को अंगीकार किया गया। संविधान सभा के अध्यक्ष ने स्वतंत्र भारत के संविधान पर हस्ताक्षर किए।
1967 : लिस्बन में बादल फटने से करीब 450 लोगों की मौत।
1984 : इराक और अमेरिका ने कूटनीतिक संबंधों को पुन: स्थापित किया।
1992 : विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस मनाने की शुरुआत।
1998 : तुर्की के प्रधानमंत्री मेसुत यिल्माज ने संसद में अपनी सरकार के विश्वासमत हासिल नहीं कर पाने के बाद इस्तीफ़ा दिया।
2001 : नेपाल में 200 विद्रोही मारे गए।
2006 : इराक बम धमाके में 202 लोगों की मौत।
2008 : मुंबई के कई स्थानों पर आतंकवादी हमलों में 166 लोग मारे गए।
2012 : अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी बनाई।
2018 : नासा का इनसाइट मिशन सात महीने की यात्रा के बाद मंगल ग्रह पर उतरा।
2018 : अफगानिस्तान में पुलिस काफिले पर तालिबान के हमले में 22 पुलिसकर्मियों की मौत।
2019 : शिवसेना, कांग्रेस, राकांपा गठबंधन 'महा विकास आघाड़ी' ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश किया।
2019 : ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों के अधिकारों को सुनिश्चित करने संबंधी विधेयक संसद में हुआ पारित।